संपति का ब्यौरा देने पर ही होगा ठेके के लिए आवेदन
शराब कारोबार से जुड़ना अब पहले की तरह आसान नहीं होगा। ठेके के लिए पर्ची डालनी है तो पहले अपने बैंक बैलेंस, इंकम टैक्स रिटर्न और जायदाद का ब्योरा देना होगा। शराब कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि नौ से ग्रुप बढ़ाकर 59 करने से सरकार की जेब भरेगी, जबकि इस बार ठेकेदारों को कारोबार में अधिक लाभ न होने की आशंका है। ठेके के आवेदन में औपचारिकता कठिन होने से डमी पार्टनर खड़े नहीं किए जा सकेंगे।
जागरण संवाददाता, पटियाला
शराब कारोबार से जुड़ना अब पहले की तरह आसान नहीं होगा। ठेके के लिए पर्ची डालनी है तो पहले अपने बैंक बैलेंस, इंकम टैक्स रिटर्न और जायदाद का ब्योरा देना होगा। शराब कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि नौ से ग्रुप बढ़ाकर 59 करने से सरकार की जेब भरेगी, जबकि इस बार ठेकेदारों को कारोबार में अधिक लाभ न होने की आशंका है। ठेके के आवेदन में औपचारिकता कठिन होने से डमी पार्टनर खड़े नहीं किए जा सकेंगे।
पिछले साल 9 ग्रुप में से एक निवेदन के पैसे मिले थे। एक्साइज विभाग ने 267 करोड़ के बजट कम कर 236 करोड़ कर ठेके एक ग्रुप को दिये। पहले फीस 75 हजार रुपए विभाग को मिली अब प्रति आवेदन पर 18 हजार रुपए फीस है और इस बार आवेदक बढ़ने की संभावना है। आवेदन के दूसरे दिन तक 100 से अधिक आवेदक विभाग के पास पहुंच चुके हैं। आवेदन पर ही एक्साइज विभाग तो लाभ होगा। शराब कारोबारियों ने बताया कि इस बार पटियाला में 9 अंग्रेजी के ठेके बढ़ाए हैं। देशी शराब का कोटा पहले से 38 प्रतिशत कम किया गया है जबकि रेविन्यू 18 प्रतिशत बढ़ा दिया गया ।
कोटा कम करना और रेवेन्यू बढ़ाना गलत
शराब कारोबारी बलबीर ¨सह शाही ने कहा कि उन्होंने दो पर्चियां डाली है और उसका नंबर 98 और 99 है। आवेदन के अंतिम दिनों में लोग पर्ची डालते हैं इस मुताबिक आवेदकों की संख्या बढ़ेगी। हालांकि कि ठेकेदार का¨रदों के नाम पर आवेदन नहीं कर सकेंगे। प्रापर्टी के ब्योरे के साथ रजिस्ट्री की कापी, पैन कार्ड, आधार कार्ड और फोटो फार्म पर लगेगी। हर आवेदक को कठिन प्रक्रिया से गुजरना होगा।