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एक ही जगह खड़ी रहने वाली पीसीआर टवेरा को हर महीने जारी हो रहा 60 लीटर डीजल

जिला पुलिस के पीसीआर ¨वग में जहां खड़ी बाइक्स को पेट्रोल जारी हो रहा है, वहीं पीसीआर की टवेरा गाड़ियों के हालात भी इससे अलग नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Jan 2019 08:12 PM (IST)Updated: Sat, 12 Jan 2019 08:12 PM (IST)
एक ही जगह खड़ी रहने वाली पीसीआर टवेरा को हर महीने जारी हो रहा 60 लीटर डीजल
एक ही जगह खड़ी रहने वाली पीसीआर टवेरा को हर महीने जारी हो रहा 60 लीटर डीजल

प्रेम वर्मा, पटियाला

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जिला पुलिस के पीसीआर ¨वग में जहां खड़ी बाइक्स को पेट्रोल जारी हो रहा है, वहीं पीसीआर की टवेरा गाड़ियों के हालात भी इससे अलग नहीं है। पीसीआर ¨वग के पास सात टवेरा गाड़ियां हैं, जिनमें से चार गाड़ियां पक्के तौर पर एक ही जगह पर खड़ी रहती है। इन गाड़ियों को उनकी जगह से हटाया नहीं जाता है बल्कि दिन व रात की शिफ्ट करने वाले मुलाजिम ही इन गाड़ियों में आकर बैठ जाते हैं। जरूरत पड़ने पर पीसीआर की अन्य टवेरा गाड़ी को मौके पर भेज दिया जाता है लेकिन एक ही जगह पर फिक्स रहने वाली टवेरा गाड़ी को हटाया नहीं जाता है। बावजूद इसके सभी टवेरा गाड़ियों को प्रति महीना साठ लीटर डीजल जारी होता है, बेशक इन गाड़ियों की मूवमेंट शहर में रहती है या नहीं। चै¨कग के नाम पर पीसीआर मुलाजिमों की डयूटी का समय व अन्य रूटीन के काम तोचैक हो रहे हैं लेकिन पिछले करीब सात-आठ महीने की बात की जाए तो तेल की खपत व इनके इस्तेमाल को लेकर किसी भी तरह की चै¨कग नहीं हुई है।

00 यह है फिक्स जगह पर रहने वाली पीसीआर टवेरा

पीसीआर ¨वग के पास सात टवेरा गाड़ियां हैं। इनमें से दो गाड़ियां सीएम रिहायश के पास, एक श्री काली माता मंदिर के बाहर, एक सर¨हद रोड बाईपास पर, एक बस स्टैंड, एक गुरूद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब के पास और एक गाड़ी सिविल लाइन चौक के पास खड़ी रहती है। सिविल लाइन चौक वाली गाड़ी को त्रिपड़ी इलाके में टेंपरेरी तौर पर लगाया है तो बस स्टैंड वाली टवेरा गाड़ी भी टेंपरेरी तौर पर लाहौरी गेट इलाके में तैनात रहती है। उक्त दोनों गाड़ियां सुरक्षा मद्देनजर टेंपरेरी तौर पर लगाई गई है। अब बात करें फिक्स पाइंट की तो श्री काली माता मंदिर, गुरूद्वारा श्री दुख निवारण साहिब और सीएम रिहायश के आसपास खड़ी होने वाली दोनों गाड़ियां इस जगह पर ही तैनात रहती है। यहां पर गाड़ियां हटाई नहीं जाती है बल्कि मुलाजिम शिफ्ट बदलने पर पुलिस लाइन में हाजिर होने के बाद इस गाड़ी में आकर ड्यूटी संभालते हैं। यहां डीजल की खपत का जिक्र करें तो प्रति गाड़ी हर महीने साठ लीटर डीजल जारी हो रहा है, जिन्हें गाड़ी की एवरेज के अनुसार देखें तो करीब 700 किलोमीटर की दूरी तय होनी चाहिए। ऐसे में खड़ी रहने वाली टवेरा गाड़ियों से यह डीजल कहां जाता है, इसका कोई जवाब नहीं है।

00 सरप्राइज चै¨कग में हुआ लापरवाही का खुलासा

बीते दिनों डीएसपी रैंक के अधिकारी ने पीसीआर मुलाजिमों की सरप्राईज चै¨कग की। इस चै¨कग में उन्होंने सभी मुलाजिमों को इकट्ठा करके उनकी उपलब्धियों के बारे में पूछा तो किसी के पास कोई जवाब नहीं था। महज दो पाइंट्स को छोड़ अन्य किसी भी पाइंट के मुलाजिम ने कोई भी केस हल नहीं किया था।

महकमे का अंदरूनी मामला है, इसकी चै¨कग करेंगे- एसपी विर्क

एसपी हैडकवार्टर हर¨वदर ¨सह विर्क ने कहा कि पीसीआर ¨वग उनके अंतगर्त ही आता है। तेल की खपत व इसके इस्तेमाल को लेकर चै¨कग का मामला महकमे का अंदरूनी है। इसकी गहराई से पड़ताल की जाएगी ताकि किसी भी तरह की कमी न रहे। वैसे तो गाड़ियों की एवरेज के अनुसार डीजल की खपत हो जाती है।


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