देश की मौजूदा स्थिति पर कटाक्ष करता है कॉमेडी नाटक कुज्झ तां करो यारो
नार्थ जोन कल्चरल सेंटर की ओर से कालिदास आडिटोरियम विरसा विहार केंद्र में दस अप्रैल तक चलने वाले पटियाला नाट्य महोत्सव के 12वें दिन देश की मौजूदा स्थिति पर कटाक्ष करते कॉमेडी नाटक कुज्झ तां करो यारो का सफल मंचन किया गया।
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जासं. पटियाला
नार्थ जोन कल्चरल सेंटर की ओर से कालिदास आडिटोरियम विरसा विहार केंद्र में दस अप्रैल तक चलने वाले पटियाला नाट्य महोत्सव के 12वें दिन देश की मौजूदा स्थिति पर कटाक्ष करते कॉमेडी नाटक कुज्झ तां करो यारो का सफल मंचन किया गया। नूर नाट कला केंद्र के बैनर तले सर्बजीत कौर पिकी सग्गू की ओऱ से निर्देशित और पाली भूपिदर के लिखित नाटक की यादगारी पेश किया गया।
नाटक में मौजूदा देश की राजनैतिक पार्टियों की ओर से जनता को बेवकूफ बनाने, बेरोजगारी की समस्या का समाधान न करते हुए उन्हें मुफ्त में दाल, चावल, मोबाइल व अन्य सुविधाओं को प्रदान करने का लालच देने, अपना काम आप न कर नौकरों से करवा गरीबों का शोषण करने की समस्याओं को बाखूबी पेश किया गया। इस कॉमेडी नाटक में देश की इस समस्या को एक परिवार के रुप में प्रस्तुत किया गया। नाटक के मुख्य पात्र पिता रवि भूषण जो लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। उनके साथ समूचा परिवार रहता है। परिवार में बच्चों का ताया विनोद कौशल, हरीश खुराना बड़ा बेटा, डिपल राजपूत बड़ी बहू, छोटा बेटा परमजीत वड़ैच, छोटी बहू पूजा,नौकर हरमीत बाजवा, अक्षय वालिया सबसे छोटा बेटा शामिल हैं। जबकि बीमार पिता का उपचार करने की भूमिका रवि अनेजा डॉक्टर ने निभाई। पिता की आय से समूचा परिवार चल रहा है। जबकि परिवार के सभी बेटे व बहुएं कोई भी काम न करती है। यह सभी अपने पिता पर आश्रित होकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। अपना सारा काम भी नौकर के माध्यम से करवा रहे हैं। कोई भी सदस्य घर की स्थिति को बेहतर बनाने की कोशिश नहीं करता है। नाटक में डॉ. अखिलेश बातिश हैप्पी ने संगीत दिया।