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डॉ. जेआर सचदेवा को टीचर आफ टीचर्स अवार्ड

इंडियन एसोसिएशन आफ क्लीनिकल मेडिसन (आइएसीएम) की तीन दिवसीय 26वीं सलाना काफ्रेंस रविवार को सरकारी मेडिकल कॉलेज में संपन्न हो गई। मेडिसन विभाग, सरकारी मेडिकल कॉलेज और आइएसीएम की तरफ से क्लीनिक से लेकर क्लीनिकल उत्तमता विषय के अंतर्गत साझे तौर पर यह कान्फ्रेंस करवाई गई थी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 11:42 PM (IST)Updated: Sun, 11 Nov 2018 11:42 PM (IST)
डॉ. जेआर सचदेवा को टीचर आफ टीचर्स अवार्ड
डॉ. जेआर सचदेवा को टीचर आफ टीचर्स अवार्ड

जागरण संवाददाता, पटियाला :

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इंडियन एसोसिएशन आफ क्लीनिकल मेडिसन (आइएसीएम) की तीन दिवसीय 26वीं सलाना काफ्रेंस रविवार को सरकारी मेडिकल कॉलेज में संपन्न हो गई। मेडिसन विभाग, सरकारी मेडिकल कॉलेज और आइएसीएम की तरफ से क्लीनिक से लेकर क्लीनिकल उत्तमता विषय के अंतर्गत साझे तौर पर यह कान्फ्रेंस करवाई गई थी। रविवार को कान्फ्रेंस के तीसरे और अंतिम दिन इस क्षेत्र के प्रसिद्ध फिजीशियन डॉ. जेआर सचदेवा की तरफ से अपने 60 सालों से भी ज्यादा लंबे करियर के दौरान मेडिसन क्षेत्र में डाले योगदान के कारण उनको 'टीचर ऑफ टीचर्स (अध्यापकों के अध्यापक)'अवार्ड के साथ सम्मानित किया गया। डॉ. बीएल भारद्वाज, कान्फ्रेंस के आर्गेनार्इंजग सचिव और सरकारी मेडीकल कॉलेज के पूर्र्व ंप्रसिपल और कान्फ्रेंस के आर्गेनार्इंजग प्रधान और मेडिसन विभाग, सरकारी मैडीकल कालेज के प्रोफेसर डॉ. आरपीएस सिबिया ने बताया कि इस तीन दिवसीय कान्फ्रेंस में 28 सेशनों में 150 से भी अधिक पेपर पढ़े गए और देश भर से आए लगभग 1000 से भी अधिक डाक्टरों ने इसमें शिरकत की। इस दौरान डा. भारद्वाज ने कहा कि ये कान्फ्रेंस इस संदर्भ में एक बड़ी सफलता साबित हुई कि जिस विषय को लेकर ये करवाई गई थी वो सार्थक होकर संपन्न हुआ है। इस राष्ट्रीय कान्फ्रेंस में कैंसर, डायबटीज, दिल की बीमारिया, स्ट्रोक, एचआईवी/एडज, टीबी और अन्य बीमारियों के बारे प्रसिद्ध डाक्टरों ने अपनी, प्रस्तुतीकरण में नए रुझान बारे रौशनी डाली। कान्फ्रेंस के दौरान डॉ. दीपाजन ने आईएसीएम के नए प्रधान के तौर पर ओहदा संभाला और 27वीं राष्ट्रीय कान्फ्रेंस अब अगले साल अक्तूबर में नोयडा में करवाई जाएगी। इस सेशन दौरान अगरतला से आए डा. प्रदीप भौमिक ने हैपेटाइटस के इलाज बारे, डा. अमितेश अग्रवाल ने कोरोनरी आरटरी डीसीज (दिल की नाड़ियों में रुकावट) बारे, डा. एमपीएस चावला ने सोशल मीडिया माध्यमों के सेहत पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव के बारे में जानकारी दी।


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