जिला प्रशासन की लापरवाही से कोहिनूर एंक्लेव निवासी परेशान
कोहिनूर एंक्लेव निवासियों ने कॉलोनी के विकास और पेश आतीं मुश्किलों के हल के लिए एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में 11 सदस्यीय समिति का चयन किया गया।
जेएनएन, पटियाला
कोहिनूर एंक्लेव निवासियों ने कॉलोनी के विकास और पेश आतीं मुश्किलों के हल के लिए एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में 11 सदस्यीय समिति का चयन किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य कॉलोनी में रहते परिवारों को सड़कों का बुरा हाल, पीने वाले पानी की समस्या, बारिश दौरान पानी का ठहरना, इंटरलॉक सड़कें बनाना, स्ट्रीट लाइट लगवाना आदि मुद्दों पर विचार-विमर्श करना था।
समिति मेंबर मन¨मदर ¨सह कौड़ा ने बताया कि इस कॉलोनी में 125 के करीब परिवार रहते हैं, परंतु प्रशासन की लापरवाही के चलते यह परिवार नरक जैसी ¨जदगी व्यतीत कर रहे हैं और यह कॉलोनी बेसिक सुविधाओं से वंचित हैं। उन्होंने बताया कि कॉलोनी के काफी हिस्से में पीने वाले पानी की सप्लाई लाइन नहीं है और थोड़ा सी बारिश होने पर जगह-जगह पानी ठहर जाता है। बारिश के पानी की सही निकासी नहीं है। काफी एरिया में सड़क नहीं बनी है और सरकारी ट्यूबलाइट की भी समस्या है। इन समस्याओं के हल के लिए निगम पार्षद और जिला प्रशासन को कई बार कहा गया है। मगर इन अधिकारियों की तरफ से कॉलोनी की समस्याएं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। इससे मजबूर होकर अब परिवारों की तरफ से निजी तौर पर अपने पैसे खर्च करके कॉलोनी के काम जैसे कि कॉलोनी की सुंदरता के लिए पौधे लगवाना, गलियों के बाहर नंबर प्लेट लगाना, खाली प्लाटों के चौतरफा साफ करना आदि जैसे काम किए जा रहे हैं। परंतु कॉलोनी में सड़कों का निर्माण, पीने वाले पानी की समस्या का हल, बारिश के दौरान पानी की निकासी, इंटरलॉक सड़कें बनाना, स्ट्रीट लाइट लगाना आदि जैसे काम जो कि नगर निगम की तरफ से करवाए जाने हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि कॉलोनी निवासियों की मजबूरी को समझते हुए यह काम पहल के आधार पर करवाए जाएं। इस बैठक के दौरान समिति सदस्यों ने सुनील गुप्ता को सचिव और भारत भूषण को खजांची नियुक्त किया गया।