सीएलयू पॉलिसी लागू होने से पहले ही खुले 15 नए शोरूम
इंडस्ट्री सेक्टर के घाटे का सबसे अधिक असर इन दिनों फोकल प्वाइंट पटियाला में नजर आ रहा है।
प्रेम वर्मा, पटियाला
इंडस्ट्री सेक्टर के घाटे का सबसे अधिक असर इन दिनों फोकल प्वाइंट पटियाला में नजर आ रहा है। कारोबारियों ने फैक्ट्रियों के बजाय शोरूम बनाने पर फोकस करना शुरू कर दिया है। बीते साल सरकार ने फोकल प्वाइंट में फैक्ट्री के बजाय शोरूम खोले जाने की सुविधा देने के लिए सीएलयू की पॉलिसी पर पॉजीटिव रिस्पांस दिया था। इस पॉजीटिवस रिस्पांस का यह असर हुआ कि अब फोकल प्वाइंट में धड़ाधड़ नए शोरूम बनने लगे हैं। पिछले दो दशक से शोरूम खोलकर बैठे कारोबारी सीएलयू लागू करवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं तो फोकल प्वाइंट में नए कारोबारियों ने शोरूम खोलने शुरू कर दिए हैं। हैरानी की बात तो यह है कि यहां पर नए शोरूम खुलने से रोकने के लिए पंजाब स्माल स्केल इंडस्ट्रीज एंड एक्सपर्ट कारपोरेशन (पीएसआइईसी) का स्टाफ जेई अनिल कुमार के नेतृत्व में काम कर रहा है। बावजूद इसके पिछले एक महीनों के दौरान 15 से अधिक शोरूम खुल गए हैं। इन नए खुल रहे शोरूम के मालिकों को एक भी नोटिस जारी नहीं किया गया है, जिस वजह से करीब 500 प्लाट वाले फोकल प्वाइंट में आने वाले समय के दौरान अधिकतर शोरूम बनने के आसार बन गए हैं।
इस वजह से शोरूम खोलने के लिए रूचि दिखा रहे लोग
फोकल प्वाइंट में जमीन खरीदने के लिए ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ता है। सरकारी नियमों के अनुसार एक हजार से लेकर पांच हजार रुपये तक प्रति गज के अनुसार प्लाट मुहैया करवा दिया जाता है। सस्ती कीमत पर प्लाट खरीदने के बाद यहां पर फैक्ट्री के बजाय शोरूम खोला जा रहा है क्योकि सिटी के इलाके में जमीन के रेट्स फोकल प्वाइंट के रेट्स से 100 गुना अधिक हैं। फोकल प्वाइंट में फैक्ट्री खोलने पर इन्हें पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड, इंडस्ट्री डिपार्टमेंट सहित अन्य सरकारी महकमों से एनओसी लेने से लेकर इन महकमों के पास जाकर हर साल दस्तावेजों की चैकिग व अपग्रेडेशन करवानी पड़ती है। इनसभी प्रक्रिया से बचने और सस्ती कीमत पर जगह मिलने के लालच में लोग फोकल प्वाइंट में शोरूम खोल रहे हैं।
पीएसआइईसी के नियमों के खिलाफ हैं शोरूम
मौजूदा समय में फोकल प्वाइंट में करीब 400 प्लाट में यूनिटें चल रही हैं, लेकिन अधिकतर प्लाट्स में शोरूम खुले हुए हैं। घरेलू सामान से लेकर कारों के शोरूम तक यहां पर बन गए हैं। यही नहीं फोकल प्वाइंट में फिल्म स्टूडियो बनाने के अलावा मिठाई की दुकान भी खोल दी है। पीएसआइईसी के नियमों की बात करें फोकल प्वाइंट का इलाका पूरी तरह से फैक्ट्रियों के लिए बनाया गया है। यहां पर फैक्ट्री लगाई जाती है, जिसके लिए पीएसआइईसी सस्ते दरों पर कारोबारियों को प्लाट मुहैया करवाता है। ऐसे में शोरूम खोलने वालों ने पहले तो अंदरूनी सैटअप लगाया, जिसके बाद गुपचुप तरीके से शोरूमका उद्घघाटन कर दिया।
मजबूरी के कारण शोरूम खोल रहे हैं कारोबारी : बलबीर
इंडस्ट्रियल फोकल प्वाइंट एसोसिएशन के प्रधान बलबीर सिंह शाही ने कहा कि यह सच है कि इस समय फोकल प्वाइंट में फैक्ट्रियों से अधिक शोरूम खुले हुए हैं। इंडस्ट्री सेक्टर के हालात खराब हैं और कारोबारी घाटे में चले गए, जिस वजह से मजबूरन लोगों ने फैक्ट्री बंद करके यहां पर शोरूम खोल लिए हैं।