बच्चों को स्कूल में दाखिल होने से रोका, पेरेंट्स एसोसिएशन ने स्कूल के बाहर किया प्रदर्शन
लोअर मॉल रोड स्थित बुड्ढा दल स्कूल के बाहर उस समय हंगामा हो गया जब स्कूल प्रबंधकों की तरफ से विद्यार्थियों को स्कूल में दाखिल होने से रोक दिया गया।
फोटो - 14, 14-ए
जागरण संवाददाता, पटियाला
लोअर मॉल रोड स्थित बुड्ढा दल स्कूल के बाहर उस समय हंगामा हो गया जब स्कूल प्रबंधकों की तरफ से विद्यार्थियों को स्कूल में दाखिल होने से रोक दिया गया। इस मौके भड़के विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों की तरफ से स्कूल के बाहर धरना लगाकर प्रबंधकों खिलाफ नारेबाजी की। जिसके बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा स्टूडेंट्स को स्कूल में दाखिल होने की इजाजत दे दी लेकिन क्लास में दाखिल होने की इजाजत नहीं दी। जिस कारण स्टूडेंट्स अपनी जिद पर अड़े रहे और प्रदर्शन जारी रहा। प्रदर्शन दौरान एसडीएम संजीव कुमार मौके पर पहुंचे और स्कूल प्रबंधकों के साथ मीटिग की। जिसके बाद प्रबंधक विद्यार्थियों को स्कूल और क्लास में दाखिल करने संबंधी राजी हो गए। जिसके बाद अभिभावकों द्वारा स्कूल के बाहर प्रदर्शन खत्म कर दिया गया। वहीं अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर स्टूडेंट्स को तंग परेशान किया गया तो उनकी तरफ से इससे भी बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा। बता दें कि बुड्ढ़ा दल पेरेंट्स एसोसिएशन की तरफ से हर साल फीस बढ़ाने का पिछले करीब तीन साल से विरोध किया जा रहा है और इसी के तहत स्कूल द्वारा बच्चों को दाखिल होने से रोका गया।
इस दौरान संबोधित करते हुए जसजीत सिंह सोढ़ी, गुरमीत सिंह ने बताया कि शुक्रवार को हाई कोर्ट की तरफ से शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार को लिखित रूप में जारी आदेशों की कापी दी गई थी। जिसके तहत बुड्ढा दल स्कूल प्रबंधकों और विद्यार्थियों के मां-बाप के बीच सहमति करवाकर जल्द समस्या का निपटारा करने के लिए हिदायतों जारी की गई थी। लेकिन शनिवार को जब उनके बच्चे स्कूल पहुंचे तो उन्हें स्कूल में दाखिल नहीं होने दिया। इस संबंधी उन्होंने स्कूल प्रबंधकों से भी मीटिग की। लेकिन स्कूल प्रबंधक स्टूडेंट्स को स्कूल में दाखिल करने के लिए राजी नहीं हुए। उन्होंने स्कूल प्रबंधप पर आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन हाई कोर्ट के नियमों का उल्लंघन कर रहा है और विद्यार्थियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों का काफी समय पहले रिजल्ट आ चुका है, लेकिन उन्हें अभी तक सर्टीफिकेट जारी नहीं किये गए। यदि वो क्लास लगाने जाते हैं तो उन्हें क्लास से बाहर निकाल दिया जाता है।