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बच्चों को क्लास में जाने से रोका, पेरेंट्स ने स्कूल में धरना लगाकर किया प्रदर्शन

बुड्ढा दल पब्लिक स्कूल के बाहर स्टूडेंट्स को स्कूल के अंदर जाने से रोकने पर हंगामा हो गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Mar 2019 12:37 AM (IST)Updated: Tue, 19 Mar 2019 12:37 AM (IST)
बच्चों को क्लास में जाने से रोका, पेरेंट्स ने स्कूल में धरना लगाकर किया प्रदर्शन
बच्चों को क्लास में जाने से रोका, पेरेंट्स ने स्कूल में धरना लगाकर किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता.पटियाला

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बुड्ढा दल पब्लिक स्कूल के बाहर स्टूडेंट्स को स्कूल के अंदर जाने से रोकने पर हंगामा हो गया। पेरेंट्स ने आरोप लगाया कि उनके बच्चों को क्लास लगाने के लिए स्कूल में घुसने नहीं दिया। इसके बाद स्टूडेंट्स और पेरेंट्स की तरफ से स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रदर्शन कर रहे पेरेंट्स ने बताया कि हाई कोर्ट की तरफ से जारी दिशा निर्देशों के मुताबिक स्कूल प्रबंधक दाखिला फीस नहीं ले सकते। इसके विरोध में स्कूल प्रबंधकों की तरफ से दाखिला फीस न देने के कारण विद्यार्थियों को स्कूल में दाखिल होने से रोका गया। जिला शिक्षा अफसर सेकेंडरी कुलभूषण सिंह बाजवा की तरफ से स्कूल प्रबंधकों के साथ भी मीटिग की गई, लेकिन मीटिग में कोई सहमति नहीं बन सकी। फिलहाल मां-बाप और स्कूल प्रबंधकों की तरफ से प्रदर्शन जारी है। वहीं, स्कूल प्रबंधकों ने अपना पक्षा रखते हुए कहा कि एडमिशन समय जानबूझकर परेशान किया जाता रहा है। ताकि स्कूल उनसे बकाया रकम न वसूल सके।

सोमवार सुबह जब क्लास लगाने के लिए विद्यार्थी स्कूल के बाहर पहुंचे, तो स्कूल प्रशासन की तरफ से उनको क्लास में नहीं बैठने दिया गया। इसके रोष में विद्यार्थी और मां बाप ने स्कूल के बाहर धरना लगाकर स्कूल के जमकर विरोध किया। इस मौके पर गुरप्रीत सिंह, काका सिंह, गुरदीप सिंह, जेएस सोढ़ी, कुलजिदर सिंह ने बताया कि बीते लंबे समय से हाई कोर्ट में एडमिशन फीस लेने संबंधी विद्यार्थियों के मां बाप का स्कूल प्रबंधकों के साथ केस चल रहा है। हाईकोर्ट के निर्देशों के मुताबिक शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार की तरफ से 15 मार्च को डीईओ और स्कूल प्रबंधकों की तरफ से विद्यार्थियों के नतीजे जारी करने और स्कूल में एडमिशन करवाने संबंधी निर्देश जारी किए गए थे। स्कूल प्रबंधकों की तरफ से जारी निर्देशों के विरुद्ध स्टूडेंट्स को अगली क्लास में नहीं बैठने दिया जा रहा और न ही बच्चों के परिणाम जारी किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट की तरफ से स्कूल प्रबंधकों को यह आदेश भी जारी किए गए थे कि स्कूल हर साल बार-बार बच्चों से दाखिला फीस वसूल नहीं कर सकता, बल्कि पहली बार दाखिले के समय ही फीस ले सकता है।

इसके साथ ही स्कूल प्रबंधकों को आदेश दिए थे कि वह सिर्फ ट्यूशन फीस में ही एक साल में 8 फीसद विस्तार कर सकते हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा जब तक विद्यार्थियों को क्लासों में बैठने की परमिशन नहीं दी जाती प्रदर्शन जारी रहेगा।

जिला प्रशासन को धरने के बारे में दी थी जानकारी नहीं किये इंतजाम: स्कूल प्रबंधक

स्कूल प्रबंधकों ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उनकी तरफ से जिला प्रशासन को विद्यार्थियों के पेरेंट्स की तरफ से धरने बारे जानकारी दी गई थी। लेकिन जिला प्रशासन की तरफ से प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए कोई भी पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया। जिस कारण स्कूल में परीक्षा देने आए विद्यार्थियों को दिक्कता का सामना करना पड़ा है। उनका कहना है कि विद्यार्थियों की पहले ही बड़ी रकम बकाया है। इसके चलते पेरेंट्स की तरफ से स्कूल प्रबंधकों पर दबाव बनाया जा रहा है।


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