Move to Jagran APP

अब बायोमीट्रिक मशीन से लगेगी मास्टर जी की हाजिरी

अगले वित्तीय वर्ष से राज्य के सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की हाजिरी बायोमीट्रिक मशीन के जरिये लगेगी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Feb 2019 06:18 PM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 06:18 PM (IST)
अब बायोमीट्रिक मशीन से लगेगी मास्टर जी की हाजिरी
अब बायोमीट्रिक मशीन से लगेगी मास्टर जी की हाजिरी

गौरव सूद, पटियाला

loksabha election banner

अगले वित्तीय वर्ष से राज्य के सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की हाजिरी बायोमीट्रिक मशीन के जरिये लगेगी। स्कूल में बायोमीट्रिक मशीन लगने से शिक्षक समय पर स्कूल पहुंचेंगे और छुट्टी होने पर ही स्कूल से घर जा सकेंगे। इससे विद्यार्थियों को पढ़ाने में पूरा समय दे सकेंगे। इसके तहत राज्य के 18,294 सरकारी मिडल और सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बायोमीट्रिक मशीनें लगाई जाएंगी। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने विभाग की वेबसाइट पर 5 मार्च तक कंपनियों को ऑनलाइन बोलियों के लिए भी आमंत्रित किया है।

पिछले वर्ष भी शिक्षा विभाग ने स्कूलों में अध्यापकों की हाजरी यकीनी बनाने के उद्देश्य से 12 जिलों के स्कूलों में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया था। इसके सफल साबित होने के बाद राज्य के सभी स्कूलों में इसे लागू किया जा रहा है।

शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने, शिक्षकों और अन्य स्टाफ की स्कूलों में समय पर उपस्थिति के लिए यह व्यवस्था लागू की जा रही है। शिक्षा अधिकारियों को निरीक्षण के दौरान अक्सर यह शिकायत मिलती रही है कि शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंचते। देरी से पहुंचे शिक्षक हाजरी रजिस्टर में सही समय दर्ज करके हस्ताक्षर कर देते हैं। इससे निपटने के लिए बायोमीट्रिक मशीन लगाई जाएगी। स्कूल में प्रवेश करते और स्कूल से बाहर जाते समय मशीन पर ¨फगर¨प्रट के जरिए हाजरी लगानी होगी, ताकि यह पता चल सके कि शिक्षक कब स्कूल पहुंचे और कब स्कूल से गए।

लगातार तीन दिन पांच मिनट देरी हुई तो कटेगा एक दिन का वेतन

स्कूलों में अब कोई भी शिक्षक लगातार तीन दिन पांच मिनट भी देरी से स्कूल पहुंचे तो एक दिन का वेतन कट जाएगा। वहीं किसी के न पहुंचने या देरी से आने पर जानकारी बॉयोमीट्रिक मशीन के माध्यम से अधिकारियों तक पहुंच जाएगी। वहीं इसमें लापरवाही करने पर उस दिन संबंधित व्यक्ति को गैरहाजिर समझा जाएगा।

पत्नी की जाली हाजरी लगाकर कई साल वेतन लेता रहा ¨प्रसिपल

करीब 4 साल पहले पटियाला जिले के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के ¨प्रसिपल ने जाली हाजरी लगाकर विदेश बैठी पत्नी का वेतन ड्रॉ करवाने का मामला भी सामने आया था। ¨प्रसिपल की पत्नी भी उसी स्कूल में बतौर लेक्चरर तैनात थी, लेकिन कई सालों से विदेश में थी और ¨प्रसिपल अपने पद का दुरुपयोग करता रहा और पत्नी के छुट्टी पर होने के बावजूद उसका वेतन विभाग से ड्रॉ करवाता रहा। इसके तहत पुलिस ने सरकार को गुमराह करके धांधली करने के आरोप में स्कूल स्कूल ¨प्रसिपल और कलर्क खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसके बाद ¨प्रसिपल विदेश भाग गया और पुलिस उसे पकड़ने में नाकाम रही।

डीजीएसई दफ्तर का प्रोजेक्ट : डीपीआइ

डीपीआई एलीमेंट्री सुखजीत पाल ¨सह ने बताया कि ये प्रोजेक्ट डीपीआइ दफ्तर का है। बायोमीट्रिक मशीन लगने पर कर्मचारी समय पर स्कूल पहुंचेंगे। ये बेसिक शिक्षा और बच्चों के हित में होगा। इससे शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार आएगा।

कोट्स

वर्दियों और स्कूलों के लिए ग्रांट जारी करे सरकार : विक्रमदेव ¨सह

डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट के जिला प्रधान विक्रमदेव ¨सह ने कहा कि सरकार बायोमीट्रिक मशीनों पर पैसे खर्च करने की बजाय स्कूल में पढ़ रहे गरीब बच्चों को वर्दियां मुहैया करवाए और पिछले 2 सालों से स्कूलों के रखरखाव के लिए पें¨डग ग्रांट को जारी करे। अगर बायोमीट्रिक से शिक्षा में सुधार आ सकता है, तो जिन स्कूलों में पहले से बायोमीट्रिक मशीनें लगी हैं उन स्कूलों और दूसरे स्कूलों के अंतर देख लें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.