विवाह और भोग प्रोग्राम में फिजूल खर्च नहीं करेगी बहावलपुरी बिरादरी
भारतीय बहावलपुर महासंघ से जुड़ी पटियाला बहावलपुर महासंघ ने फैसला किया है उसके सदस्य अपने घर में होने वाले विवाह समारोह एवं किसी परिवारिक सदस्य की मौत के बाद भोग अवसर पर फिजूल खर्च नहीं करेंगे ।
जागरण संवाददाता पटियाला
भारतीय बहावलपुर महासंघ से जुड़ी पटियाला बहावलपुर महासंघ ने फैसला किया है उसके सदस्य अपने घर में होने वाले विवाह समारोह एवं किसी परिवारिक सदस्य की मौत के बाद भोग अवसर पर फिजूल खर्च नहीं करेंगे । ऐसा करने से न केवल बिरादरी एक अलग मिसाल कायम करेगी बल्कि अपनी पुरानी संस्कृति को भी बहाल करेगी ।
फैक्ट्री एरिया स्थित एक पैलेस में पटियाला बहावलपुर महासंघ की बैठक के दौरान यह फैसला हुआ है । बैठक में जिले भर से कई बहावलपुर संस्थाओं के पदाधिकारी व सदस्य शिरकत करने आए थे। भारतीय बहावलपुर महासंघ के राष्ट्रीय प्रधान मदन लाल हसीजा ने सभी को अपील की है कि वे अपने परिवार या फिर रिश्तेदारों को भी इस बात से अवगत करवाएं ताकि वे भी इस फिजूल खर्च से बच सकें । उन्होंने कहा कि सभा ने अपनी संस्था के एक स्टिकर तैयार किया है जिसे बिरादरी के लोग अपने वाहनों पर लगाकर बाजारों में जाएं ताकि बिरादरी के बारे में लोगों में प्रचार हो सके । उन्होंने बिरादरी के लोगों को अपील की है कि वे अपने घरों में परिवार के संग बोलते समय बहावलपुर भाषा का इस्तेमाल करें ताकि उनके बच्चों को भी यह संस्कार मिलें। संघ के पदाधिकारी प्रेम चौधरी, राम चंद रामा ने कहा कि जिले भर से आई सभी बहावलपुर संस्थाओं ने हुए फैसलों पर अमल करने के लिए सहयोग करने की बात कही है।
मीटिग में चेयरमैन डॉ महेश नागपाल, राधा कृष्ण, श्याम लाल पाहवा, सुनील आहूजा, हरिचंद नारंग, राकेश डमरु, लक्ष्मण दास, प्रवीण मदान, पवन देव, एसके देव, नंद किशोर तनेजा, एलडी मदान, दिनेश चावला, सतप्रकाश, रमेश वर्मा, विमल, महिद्र गोगिया, मनोहर लाल वर्मा, नरेंद्र बत्रा, पंडित प्रेम शर्मा, हरीश एवं नाभा से शांति छाबड़ा, ज्ञान चंद कटारिया, बनवारी राम, समाना से राजकुमार सचदेवा, बस्सी पठाना से रामकृष्ण, लालड़ू से रघुनाथ, भवानीगढ़ से नारायण दास सचदेवा, महेश कुमार, पातड़ां से गिरधारी लाल वधवा मौजूद रहे ।