जेल प्रशासन ने किया बेबी किलर दरबारा ¨सह का अंतिम संस्कार
पंद्रह से अधिक छोटे बच्चों से दुष्कर्म व कत्ल करने के बाद बेबी किलर के नाम से चर्चा में रहा दरबारा ¨सह का सोमवार को अंतिम संस्कार कर दिया।
जागरण संवाददाता, पटियाला
पंद्रह से अधिक छोटे बच्चों से दुष्कर्म व कत्ल करने के बाद बेबी किलर के नाम से चर्चा में रहा दरबारा ¨सह का सोमवार को अंतिम संस्कार कर दिया। परिवार की ओर से नकारे गए दरबारा की लाश को देखने सोमवार को कोई रिश्तेदार या परिवार का मेंबर नहीं आया। जज रंजीत कुमार सोमवार को रा¨जदरा अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचे, यहां पर पड़ताल के बाद उन्होंने सब कुछ सही पाया और अंतिम संस्कार करने की मंजूरी दे दी। इसके बाद देर शाम को बडूंगर स्थित श्मशानघाट में दबारा ¨सह का संस्कार कर दिया। जेल सुपरिंटेंडेंट राजन कपूर ने कहा कि लाश को परिवार को सौंपने के लिए दरबारा ¨सह की पत्नी से संपर्क हुआ था लेकिन परिवार के सभी सदस्यों ने उसका शव लेने से इंकार कर दिया। ऐसे में जेल प्रशासन ही उसका संस्कार करवाया है। 76 साल का दरबारा ¨सह पिछले दस सालों से पटियाला के सेंट्रल जेल में बंद था, यहां पर उसकी तबीयत खराब होने पर रा¨जदरा अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। यहां छह जून को उसकी इलाज के दौरान मौत हुई थी। बता दें कि दरबारा ¨सह पर आरोप लगे थे कि उस ने साल 2004 तक जालंधर क्षेत्र में दो बच्चों को अगवा कर उनसे दुष्कर्म कर कत्ल कर दिया था। 7 जनवरी 2008 को इस मामले में फांसी की सजा भी हुई, इसके अलावा अन्य तीन मामलों में भी उसे उम्र कैद की सजा हुई है, जिस वजह से उसे जेल में बंद रखा। गिरफ्तारी के बाद दरबारा ¨सह ने 15 से अधिक वारदातों का जुर्म कबूल किया था।
सीनियर अधिकारी के घर ग्रेनेड फेंकने पर फौज से निकाला था दरबारा को
पुलिस रिकार्ड के अनुसार दरबारा ¨सह पहले फौज में था लेकिन एक दिन उसने अपने ही सीनियर अधिकारी के घर पर ग्रेनेड फेंक दिया था। इस हरकत की वजह से उसे फौज के निकाल दिया गया था। एक बच्ची से रेप के केस में उसे तीस साल की सजा हुई थी लेकिन अच्छे व्यवहार के कारण उसे दस साल की कैद के बाद रिहा कर दिया था लेकिन साल 2004 में उसे पुलिस ने फिर से बच्चों के साथ दुष्कर्म के केस में गिरफ्तार कर लिया है। उसने कबूल किया था कि वह 15 बच्चियों व दो लड़कों के साथ दुष्कर्म कर चुका है। वह बच्चों को अपने पास बहाने से बुलाने के लिए खाने-पीने की चीजें रखता था। बच्चों को खाने के लिए यह सामान देने के बाद अनजान जगह पर ले जाकर गलतकाम करताथा और बाद में इनका कत्ल कर लाश को खुर्द-बुर्द करताथा।