आशा वर्कर और फेसिलिटेटर यूनियन की ¨प्रसिपल सेहत सचिव से बैठक, मांगों पर बनी सहमति
आशा वर्कर और फेसिलिटेटर यूनियन की तरफ से पटियाला में रैली करने के बाद सेहत मंत्री ब्रह्मा मो¨हदरा की तरफ से तय समय के अनुसार जत्थेबंदी के साथ चंडीगढ़ में बैठक की गई।
जागरण संवाददाता, पटियाला
आशा वर्कर और फेसिलिटेटर यूनियन की तरफ से पटियाला में रैली करने के बाद सेहत मंत्री ब्रह्मा मो¨हदरा की तरफ से तय समय के अनुसार जत्थेबंदी के साथ चंडीगढ़ में बैठक की गई। इस दौरान जत्थेबंदी की तरफ से प्रांतीय जरनल सचिव परमजीत कौर मान के अलावा शकुंतला देवी, कर्मजीत कौर, ¨शदर कौर, मंदीप कौर संधू, रजनी घरोटा, राज¨वदर कौर, बल¨वदर कौर, सरबजीत कौर, पुष्पिंदर कौर, सरंजना रानी, लख¨वदर कौर, डेमोक्रेटिक मुलजिम फेडरेशन पंजाब के नेता प्रवीण शर्मा और पंजाब सरकार की तरफ से ¨प्रसिपल सचिव (सेहत) सतीश चंद्रा और सेहत विभाग के अन्य उच्च अधिकारी शामिल हुए।
परमजीत कौर मान ने बताया कि आशा वर्कर और फेसिलिटेटर यूनियन की तरफ से पेश किए मांगपत्र पर हुई ठोस बातचीत के अनुसार वर्करों को कम से कम वेतन देने के बारे में सरकार की तरफ से तुरंत कार्रवाई करके वर्करों को फिक्स वेतन शुरू करने का भरोसा दिया गया है। इसके साथ ही आशा वर्करों को विलज हेल्थ सेनिटेशन कमेटियों में से निकाल कर एनएचएम के अधीन करने का अहम फैसला भी किया गया है। उन्होंने बताया कि सेहत विभाग के अधिकारियों की ओर से आशा वर्करों की मौत होने की सूरत में परिवार को नौकरी देने, अस्पतालों में वर्करों के लिए आराम कमरा बनाने, पांच साल की नौकरी वाली वर्करों को योग्यता के आधार पर 25 फीसद कोटे के तहत एएनएम का कोर्स करवाने, वर्करों का चार लाख का मुफ्त बीमा करने, आशा फैसिलिटेटरों को केंद्र की तरफ से मिलते सभी लाभ पंजाब में लागू करने, आशा वर्करों की छंटनी बंद करने, फेसिलिटेटरों का पीएफ काटने, वर्करों को सभी तरह की छुट्टियां देने आदि मांगों पर सहमति जताई गई। नेताओं ने बैठक के बाद एलान किया कि सभी मांगों के लागू होने तक जत्थेबंदी की तरफ से संघर्ष जारी रहेगा।