Move to Jagran APP

पुलिस ने फर्जी एनओसी से वाहनों की रजिस्ट्रेशन मामले में एजेंट को उठाया

फर्जी एनओसी से वाहनों की रजिस्ट्रेशन करवाने के मामले में घग्गा थाना की पुलिस ने आरटीए दफ्तर का काम करने वाले दर्शन नाम के एक एजेंट को काबू किया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Dec 2018 12:02 AM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 12:02 AM (IST)
पुलिस ने फर्जी एनओसी से वाहनों की रजिस्ट्रेशन मामले में एजेंट को उठाया
पुलिस ने फर्जी एनओसी से वाहनों की रजिस्ट्रेशन मामले में एजेंट को उठाया

बल¨वदरपाल ¨सह, पटियाला

loksabha election banner

फर्जी एनओसी से वाहनों की रजिस्ट्रेशन करवाने के मामले में घग्गा थाना की पुलिस ने आरटीए दफ्तर का काम करने वाले दर्शन नाम के एक एजेंट को काबू किया है। हालांकि पुलिस का कोई भी अधिकारी इस मामले पर कुछ बताने को तैयार नहीं है। जानकार बताते हैं कि पुलिस ने एजेंट को शनिवार सुबह की घर से उठा लिया था। रविवार दोपहर तक पुलिस ने एजेंट को नहीं छोड़ा था। ये एजेंट क्लर्क व एजेंटों के बीच की कड़ी जोड़ने का काम करता था।

एजेंट क्लर्क के पास करता है काम

घग्गा पुलिस ने समाना के जिस एजेंट को काबू किया है, वह यहां आरटीए दफ्तर के क्लर्क के पास काम करता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है के अब इस मामले की गाज क्लर्क पर भी गिर सकती है, क्योंकि पुलिस ने संबंधित क्लर्क से ही गाड़ियों का रिकॉर्ड लिया है। पुलिस की ओर से एजेंट के परिवार वालों को यही भरोसा दिया जा रहा है कि एजेंट से मामले की पूछताछ की जा रही है। उधर पुलिस की ओर से एजेंट दर्शन पर की कार्रवाई के बाद यहां डीसी दफ्तर के सामने बने जन सहायता केंद्र में आरटीए दफ्तर का काम करने वाले एजेंटों में हलचल पैदा हो गई। फर्जी एनओसी से गाड़ियों की रजिस्ट्रेशन करवाने के मामले में जन सहायता केंद्र के कुछ एजेंट भी शामिल हैं। अगले समय में एजेंटों पर भी कार्रवाई होने की संभावना है।

किसी काम से बाहर आया हूं, मामले की जानकारी नहीं है: गुरचरण

उधर इस मामले पर थाना घग्गा के इंचार्ज गुरचरण ¨सह ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। गुरचरण ¨सह ने कहा कि वह किसी काम से बाहर गए हैं, जिसके कारण इसके बारे में जानकारी नहीं है। ये है मामला

घग्गा पुलिस ने पिछले समय मे फर्जी एनओसी से गाड़ियों जी रजिस्ट्रेशन करवाने के मामले में समाना के दो और अंबाला के एक एजेंट के खिलाफ केस दर्ज किया था। मामले में शामिल दो एजेंटों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जबकि एक अब तक फरार बताया जा रहा है। इस मामले में पुलिस ने वाहनों की आरसी सहित कुछ वाहनों को अपने कब्जे में लिया था। इस मामले में पटियाला आरटीए दफ्तर व अम्बाला आरटीए दफ्तर कर्मचारियों की मिलीभगत होने के मामले की पड़ताल घग्गा पुलिस करने पर लगी हुई है। इसी पड़ताल के चलते एजेंट दर्शन को पुलिस लेकर गई है। बताया जा रहा है कि एजेंट पर भी केस दर्ज किया जा रहा है क्योंकि रविवार दोपहर तक पुलिस ने एजेंट को छोड़ा नहीं था। एचआर 01 कोड नॉन कमर्शियल गाड़ियों के लिए

एचआर 01 अम्बाला के एसडीएम का कोड है। यह कोड सिर्फ नॉन कमर्शियल गाड़ियों के लिए है। मगर अम्बाला के कुछ एजंटों ने इस कोड पर कमर्शियल गाड़ियों की बैकलॉग कर दी गई। इसके बाद इन गाड़ियों की एनओसी जारी हो गई। उस एनओसी पर पटियाला के आरटीए दफ्तर के कर्मचारियों ने गाड़ियों को रिसानमेन्ट कर आगे ट्रांसफर कर दिया। मामला पुलिस के पास पहूंच गया। अब पुलिस उस मामले की पड़ताल में लगी हुई है। यह मामला अब चर्चा का विषय बना हुआ है। चर्चा का कारण यह है कि यहां पटियाला के कुछ एजेंटों का इस मामले में शामिल होना बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार अब यह फर्जी एनओसी पंजाब के विभिन्न जिला में फैल चुकी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.