ट्यूशन फीस मांगने के विरोध में पेरेंट्स करेंगे आंदोलन
प्राइवेट स्कूलों को ट्यूशन फीस मांगने की आजादी देना पेरेंट्स के शोषण से जुड़ा मामला है। ट्यूशन फीस मांगने के फैसले के खिलाफ पेरेंट्स को एक प्लेटफार्म पर आना चाहिए ताकि अपनी मांग को सरकार तक पहुंचाया जा सके।
जेएनएन, बनूड़ (पटियाला) : प्राइवेट स्कूलों को ट्यूशन फीस मांगने की आजादी देना पेरेंट्स के शोषण से जुड़ा मामला है। ट्यूशन फीस मांगने के फैसले के खिलाफ पेरेंट्स को एक प्लेटफार्म पर आना चाहिए, ताकि अपनी मांग को सरकार तक पहुंचाया जा सके। अभिभावक जागृति कमेटी बनूड़ के प्रधान जगतार सिंह थूहा ने कहा कि अभिभावक जागृति कमेटी राज्य सरकार के पेरेंट्स से जुडे़ इस फैसला का विरोध करती है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान काम धंधे बंद रहे हैं तो आम आदमी स्कूल की ट्यूशन फीस किस तरह भर सकता है। हर अदारे में काम करने वाले स्टाफ की सैलरी में कटौती की गई है लेकिन सरकार टीचर्स की सैलरी देने के लिए स्कूलों को खुली छूट दे रही है। पंजाब सरकार प्राइवेट स्कूलों के पक्ष में काम कर रही है। जगतार सिंह ने कहा कि स्कूल शुरू नहीं हुए और पेरेंट्स बच्चों को बुक्स से खुद ही सिलेबस पढ़ा रहे हैं। ऑनलाइन क्लासेस लगाने के एवज में ट्यूशन फीस मांगना पंजाब सरकार का गलत फैसला है। पेरेंट्स इस फैसले के खिलाफ संघर्ष करेंगे। इस मौके पर कमेटी के लखविदर सिंह, मनजीत सिंह, मोहन धीमान आदि मौजूद थे।