गौतम कत्लकांड में पुलिस कर रही बैंक अकाउंट चेक
जासं, पटियाला थाना पसियाणा के तहत गांव कौरजीवाल में 11 अक्टूबर की रात को हुए गौतम कत्लक
जासं, पटियाला
थाना पसियाणा के तहत गांव कौरजीवाल में 11 अक्टूबर की रात को हुए गौतम कत्लकांड में 12 दिन बाद भी पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है। मोबाइल कॉल डिटेल में चेकिंग के दौरान सभी नंबर गौतम के जानकार के निकले, जिस वजह से कत्ल का शक अनजान लोगों पर होने का एंगल खत्म हो गया। पुलिस को पूरा यकीन हो गया है कि उसका कत्ल किसी जानकार ने किया है, जिसमें लव एंगल होने की संभावना बनी है। ऐसे में पुलिस गौतम के बैंक खाते की चे¨कग करने के साथ-साथ घटनास्थल के आसपास के सभी इलाकों की जांच कर रही है। गौतम की लाश के पास से मोबाइल व पर्स नहीं मिला तो पुलिस ने लूट का एंगल भी जांचा की, लेकिन इसे लूट के लिए कत्ल होने से साफ इंकार किया जा रहा है। थाना पसियाणा के इंचार्ज हर¨वदर ¨सह चीमा ने कहा कि अभी केस में बड़ा सुराग हाथ नहीं लगा है। एक जानकार पर शक है, जिसकी वेरीफिकेशन करने के साथ-साथ घटनास्थल के आसपास का इलाका भी छान रहे हैं। गौरतलब है कि बिहार निवासी पिछले पांच साल से पटियाला में रह रहा था। वह नाभा रोड पर लकड़ी के मजदूर के तौर पर काम करता था। जहां उसकी पहचान बलबीर ¨सह नाम के व्यक्ति के साथ हुई। कौरजीवाल निवासी बलबीर ¨सह ने विदेश जाना था, उसने अपनी जमानी मलकीत ¨सह को ठेके पर दे दी। जमीन ठेके पर देने के बावजूद खेतों में लगी मोटर पर रहने के लिए गौतम को अधिकार दे रखा था। 11 अक्टूबर की रात को वह मोटर पर चला गया, जहां अनजान लोगों ने उसकी गर्दन पर तेजधार हथियार से वार कर कत्ल कर दिया। घटना के बारे में अगले दिन सुबह पता चला जब मलकीत ¨सह के बेटा संतोख ¨सह खेतों में चक्कर लगाने लगा।