विद्यार्थी पिछली त्रुटियों को सुधारने में अधिक ध्यान दें
जासं, पटियाला वार्षिक परीक्षा का नाम आते ही अधिकतर विद्यार्थियों ही नहीं, उनके अभिभावकों के
जासं, पटियाला
वार्षिक परीक्षा का नाम आते ही अधिकतर विद्यार्थियों ही नहीं, उनके अभिभावकों के चेहरों पर भी ¨चता की लकीरें साफ दिखाई देने लग जाती हैं। ¨चता व तनाव उत्पन्न होने से पढ़ाई पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यह विद्यार्थी के सारे साल की मेहनत पर भी असर दिखा सकता है। दैनिक जागरण की ओर से शुरू किए गए मिशन एग्जामिनेशन के तहत अंग्रेजी विषय की माहिर दीप शिखा ने विद्यार्थियों को परीक्षा में कैसे तनावमुक्त रहें, कैसे तैयारी करें व अन्य महत्वपूर्ण टिप्स प्रदान किए।
डीएवी पब्लिक स्कूल से संबंधित अंग्रेजी विषय की शिक्षिका दीप शिखा कहती हैं कि तनाव हमारी प्राकृतिक ऊर्जा को समाप्त कर देता है। वार्षिक परीक्षा के दौरान बच्चों की मनोस्थिति को समझने के लिए उनके अभिभावकों व शिक्षकों को अधिक मेहनत करनी चाहिए। विद्यार्थी को सर्वप्रथम अपनी सेहत का अधिक ध्यान रखना होगा। यदि शरीर स्वस्थ होगा तो मन भी स्वस्थ रहेगा। तनावमुक्त होकर परीक्षा से ही अच्छे अंक हासिल किए जा सकते हैं।
-अंग्रेजी विषय को नजरअंदाज करना परीक्षार्थी के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। आमतौर पर विद्यार्थी अंग्रेजी विषय को सामान्य मानकर इसकी तैयारी को नजरअंदाज कर देते हैं। इस विषय की तैयारी अंतिम समय में करनी शुरू करते हैं। विद्यार्थियों को यह समझ लेना चाहिए कि हर विषय की उपयोगिता व उसका महत्व खास होता है।
-विद्यार्थियों को अपनी त्रुटियों को सुधारने की पहल करनी चाहिए। हमारी कुछ गलतियां ही अच्छे अंक लाने में बाधा बन सकती हैं।
-नोट मे¨कग (गद्यांश) को ध्यानपूर्वक पढ़ कर हल करने से इसमें अधिक अंक हासिल किए जा सकते हैं।
-भाग दो (राइ¨टग सेक्शन) के प्रश्नों को हल करने का सबसे अच्छा तरीका है कि सभी प्रश्नों के फार्मेट को याद करें, क्योंकि परीक्षक सृजनात्मक लेखन को अधिक तरजीह देते हैं। इसलिए बच्चों को चाहिए कि वह अच्छे लेख पढ़ें व उनका सही ढंग से लेखन करें।
-साहित्य व उपन्यास पर आधारित प्रश्नों की सीमा निर्धारित करें। अधिक लंबे उत्तर में गलतियां अधिक होने की संभावना बढ़ जाती है। इस कारण अंक कम होने की संभावना बढ़ जाती है।
-पौष्टिक आहार करें। समय पर नींद लें। सैर जरूर करें। शांत मन से परीक्षा दें।