धार्मिक प्रतीकों की बेअदबी रोकने पर देंगे खास ध्यान : जत्थेदार बडूंगर
एसजीपीसी के नए प्रधान जत्थेदार किरपाल सिंह बडूंगर ने कहा कि प्रदेश में धार्मिक स्वरूपों की बेअदबी रोकने पर नई कमेटी का खास ध्यान होगा।
जेएनएन, iपटियाला। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के नवनियुक्त प्रधान जत्थेदार किरपाल सिंह बडूंगर ने कहा कि प्रदेश में धार्मिक स्वरूपों की बेअदबी की घटनाएं न हो इस ओर खास ध्यान दिया जाएगा। इस तरह की घटनाएं बेहद दुखद और शर्मसार करने वाली हैं। एसजीपीसी इसके अलावा पंथ के समक्ष पैदा अन्य चुनौतियों का भी हल करने की पुरजोर कोशिश करेगी।
जत्थेदार बडूंगर पटियाला के गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब जी में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उनको शनिवार को अमृतसर में एसजीपीसी का नया प्रधान चुना गया था। प्रधान बनने के बाद पटियाला में उनका पहला आगमन है।
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उनके यहां पहुंचने पर अकाली कार्यकर्ताओं और अन्य लाेगों ने भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर राज्य के कैबिनेट मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा व सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा भी मौजूद थे। जत्थेदार बडूंगर ने पंजाब की पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल के बयान का भी जवाब दिया। भट्ठल ने कहा था कि एसजीपीसी धर्मिक संस्था है , लेकिन इसमें राजनीतिक दखलंदाजी हो रही है और मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के कृपापात्र को ही इसकी प्रधानगी मिलती है। एसजीपीसी प्रधान वही बनता है, जिस पर बादल अपनी मुहर लगाते हैं। इसे चुनाव कहना सरासर मजाक है।
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जत्थेदार किरपाल सिंह बडूंगर ने कहा कि एसजीपीसी प्रधान उन्हें समूह सिख संगतों द्वारा दिए प्रस्ताव के बाद नियुक्त किया गया है। रही बात राजनीतिक दखल की तो एसजीपीसी का गठन भी शिरोमणि अकाली दल द्वारा ही किया गया है। जत्थेदार बडूंगर से सिख संगत से मुलाकात की और उनकी भावनाएं जानी।
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