सीएचसी बनूड़ के एंट्री गेट गंदगी से भरा नाला, मंत्री सिद्धू बोले-बीमारियां फैलने का खतरा
सीएचसी बनूड़ के एंट्री गेट पर गंदगी से भरे नाले को देख कर लगता है कि यहां दवाई लेने वाले मरीज के ठीक न होने बल्कि ज्यादा बीमार होने के जरूर खतरा है।
जेएनएन, बनूड़ (पटियाला) : सीएचसी बनूड़ के एंट्री गेट पर गंदगी से भरे नाले को देख कर लगता है कि यहां दवाई लेने वाले मरीज के ठीक न होने बल्कि ज्यादा बीमार होने के जरूर खतरा है। सिविल हेल्थ सेंटर बनूड़ पहुंचे सेहत व परिवार भलाई मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कुछ ऐसी ही प्रतिक्रिया जताई जब वह कोरोना वैक्सीनेशन की ड्राई रन के सिलसिले में सीएचसी बनूड़ पहुंचे।
सीएचसी में एंट्री करते हुए सेहत मंत्री ने हास्पिटल की दीवार के साथ गुजर रहे गंदगी भरे नाले को देखा तो उन्होंने सीएचसी की दशा पर प्रतिक्रिया दी। इस पर एक्शन लेते हुए सेहत मंत्री ने नगर कौंसिल बनूड़ के एग्जीक्यूटिव अफसर (ईओ) को मौके पर बुलाया। ईओ को सीएचसी के आगे से गुजर रहे नाले की सफाई करवाने और रिपोर्ट देने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि बीमारियों से बचने के लिए हमें अपने आसपास के एरिया की सफाई का ध्यान रखना चाहिए। मौके पर मौजूद लोगों ने कहा कि सीएचसी के आगे फैली गंदगी के संबध में कई बार सीएचसी के इंचार्ज और नगर कौंसिल आफिस में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अधिकारी अपनी ड्यूटी में लापरवाही कर जाते हैं। सीएचसी में जल्द 24 घंटे मिलेगी सुविधा
सेहत मंत्री ने कहा कि कुछ वर्ष पहले पंजाब में सेहत सुविधाएं प्रदान करने वाली संस्थाओं का रूतबा कम कर दिया गया था। इसके तहत सिविल अस्पताल बनूड़ को भी सीएचसी बना दिया गया था। इस कारण लोगों को दिन के समय ही चिकित्सा सुविधा मिल रही थी, लेकिन जल्द ही सीएचसी में 24 घंटे मरीजों को सुविधा मिलने लगेगी। सीएचसी की रिपोर्ट मांगने पर उन्होंने कहा कि डाक्टरों के रिक्त स्थानों पर डाक्टरों को तैनात किया जाएगा।
729 सेंटर बनाए गए हैं वैक्सीनेशन के लिए
कोविड-19 की वैक्सीनेशन के लिए ड्राई रन का जायजा लेने पहुंचे सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब भर में 729 सेंटर बनाए गए हैं और दवाई को स्टोर करने के लिए कोल्ड सेंटर चेन स्थापित की गई हैं। वैक्सीनेशन के लिए सेहत विभाग के कर्मचारियों को ट्रेनिग भी दी जा चुकी है। वैक्सीनेशन के शुरुआती दौर में हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन पर काम करने वालों को वैक्सीन दी जाएगी। उसके बाद हाई रिस्क पेशेंट, बजुर्गाें और बच्चों को वैक्सीन दी जाएगी।