अमरनाथ यात्रियों के लिए लंगर लगाने वालों ने टैंट उखाड़े
पटियाला श्री अमरनाथ यात्रा के दौरान आंतकी हमले के खतरे के कारण लंगर आयोजकों ने टेंट उखाड़ दिए हैं।
जागरण संवाददाता, पटियाला
श्री अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकी हमले के खतरे के कारण जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा श्रद्धालुओं को घर वापस लौटने की सलाह के बाद न केवल श्रद्धालु वापसी में जुट गए हैं, बल्कि वहां पर लंगर लगाने गई संस्थाओं को बीच में ही लंगर बंद करके वापस आना पड़ा है । आनन-फानन में जहां लंगर के टैंट उखाड़ने पड़े हैं, वहीं वापसी के लिए इंतजाम करने में भी भारी मशक्कत करनी पड़ी है। गौर करने वाली बात यह है कि लंगर की कच्ची सामग्री व तैयार किया सामान आते जाते राहगीरों को जबरदस्ती बांटना पड़ा है। श्राइन बोर्ड द्वारा लंगर कमेटियों को वापसी के लिए मौखिक आदेश के बाद उनकी मदद के लिए जिला प्रशासन भी आगे नहीं आया है ।
श्री अमरनाथ मणिमहेश सेवा मंडल के स्थानीय इंचार्ज पाली गोयल के साथ लंगर लगाने गए हैप्पी बांगा, कुलजीत सिंह, सुरिदर कुमार व रंजीत दास ने बताया कि वे 22 दिनों तक वहां पर रहे हैं। प्रधान भीम मित्तल की देखरेख में लगा उनका लंगर राम बन के पास लंगर लगा था जो अमरनाथ यात्रा का सेंटर प्वाइंट है । 17वीं बार लेकर गए लंगर के लिए कुल 15 मेंबर थे जो अन्य शहरों से थे। लंगर पर कुल 37 लाख रुपये का खर्च आया है। वापसी के लिए मिले आदेश के बाद अब सभी साथी लंगर का सामान पैक करने में लगे हुए है और सोमवार तक वापस आ जाएंगे । इसी तरह ही श्री बर्फानी सेवा मंडल के चेयरमैन सुरिदर मित्तल के साथ 32 सदस्य लंगर लगाने गए थे और आज उन्होंने लंगर का सामान पैक कर दिया है। निजी तौर पर लगाए टैंट को उखाड़ लिया है। चंदनवाड़ी पर लगाए लंगर को वे देसी घी की सामग्री तैयार करते हैं। वे तो 15 अगस्त यानी राखी के दिन यात्रा का समापन अवसर तक लंगर का इंतजाम करके गए थे, लेकिन सरकारी आदेश के कारण उनको वापस लौटना पड़ रहा है।