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धरने लगाकर अकाली पंजाब के शांत माहौल को खराब कर रहे: जलालपुर

हलका घनौर के विधायक मदन लाल जलालपुर ने कहा है कि अकाली धरने लगाकर पंजाब के शांत माहौल को खराब कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Dec 2019 11:38 PM (IST)Updated: Sat, 21 Dec 2019 11:38 PM (IST)
धरने लगाकर अकाली पंजाब के शांत माहौल को खराब कर रहे: जलालपुर
धरने लगाकर अकाली पंजाब के शांत माहौल को खराब कर रहे: जलालपुर

जागरण संवाददाता, पटियाला

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पंजाब कांग्रेस के महासचिव और हलका घनौर के विधायक मदन लाल जलालपुर ने कहा है कि अकाली धरने लगाकर पंजाब के शांत माहौल को खराब कर रहे हैं। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अमन-कानून भंग करने वालों के खिलाफ कांग्रेस कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि आज पटियाला जिला में सबसे अधिक अमन और कानून को अकाली लीडर प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा भंग कर रहे हैं, जो सुखबीर बादल की जगह खुद अकाली दल का प्रधान बनने के लिए उतावले हैं। पहले चंदूमाजरा ने ही अपने राजनीतिक गुरु जत्थेदार गुरचरन सिंह टोहड़ा की साख खराब की और अब सुखबीर बादल को गद्दी से उतारने के लिए तैयार हैं। इसी कारण यह पंजाब का माहौल खराब करने लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि चंदूमाजरा ने ही तख्तुमाजरा कांड को भड़का कर अपनी रोटियां सेंकने की कोशिश की है।

जलालपुर ने कहा कि तख्तुमाजरा में पटियाला पुलिस ने जो हुआ उस मुताबिक कार्रवाई की। अकाली दल के साथ-साथ उस केस में कांग्रेसियों पर भी केस सीसीटीवी कैमरों की रिपोर्ट पर दर्ज किया, परंतु अकाली जानबूझ कर गांवों की शांति भंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज तक मजीठिया और अन्य गांव तख्तुमाजरा में बीबी जगीर कौर या किसी के घर पर अफसोस करने नहीं गए, लेकिन आखिर आज ही अकाली दल को सब कुछ क्यों याद आ गया है। इस अवसर पर जिला प्रधान देहाती गुरदीप सिंह ऊंटसर, पटियाला के मेयर संजीव शर्मा बिट्टू, शहरी प्रधान केके मल्होत्रा भी उपस्थित थे। जलालपुर ने कहा कि माइनिग बारे भी पंजाब के लोग सब जानते हैं। अकालियों के राज में 10 साल रेत बजरी आम लोगों की पहुंच से बाहर हो गई थी। रेत 60 रुपये फुट बिकती रही और कैप्टन सरकार ने मोनोपोली खत्म करके रेत के रेट 15 से 20 रुपये फुट तक लाए।

तख्तुमाजरा के सरपंच ने लगाए अकाली धक्केशाही के आरोप

तख्तूमाजरा के सरपंच हरसंगत सिंह ने अकाली धक्केशाही होने के आरोप लगाए। हरसंगत ने कहा कि वह पक्के अकाली रहे हैं और अकाली दल के यूथ प्रधान भी थे, परंतु इन अकाली नेताओं ने उन्हें तंग किया। मजबूर होकर परनीत कौर की चुनाव मुहिम से जुड़ गए। पहली बार तख्तुमाजरा से अकाली दल को हार मिली। इस मौके हरसंगत सिंह ने सिविल अस्पताल राजपुरा में उन पर हुए हमले की वीडियो भी दिखाई।

चंदूमाजरा ने जलालपुर के आरोप नकारे

जलालपुर के आरोपों को प्रो. चंदूमाजरा ने सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि वह शिरोमणि अकाली दल की मजबूती के लिए काम करते रहे हैं, क्योंकि राज्य की जनता को विश्वास है कि उनके विकास के बारे अकाली दल ही वास्तविक हितैषी है। उन्होंने कहा कि 2022 के चुनाव में जलालपुर की सच्चाई सामने आ जाएगी जब राज्य की जनता कांग्रेस को सिरे से ही नकार देगी।


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