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सर्वे में फर्जीवाड़ाः बेरोजगारों की सूची में 60 साल के बुजुर्ग और सरकारी मुलाजिम भी

घर-घर नौकरी देने के लिए किए गए सर्वे में कई खुलासे हुआ हैं। सूची में 60 साल के बुजुर्ग और सरकारी मुलाजिम भी शामिल हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 13 Mar 2018 12:31 PM (IST)Updated: Tue, 13 Mar 2018 08:21 PM (IST)
सर्वे में फर्जीवाड़ाः बेरोजगारों की सूची में 60 साल के बुजुर्ग और सरकारी मुलाजिम भी
सर्वे में फर्जीवाड़ाः बेरोजगारों की सूची में 60 साल के बुजुर्ग और सरकारी मुलाजिम भी

पटियाला [बलविंदरपाल सिंह]। घर-घर नौकरी देने के लिए सरकार राज्य में जगह-जगह रोजगार मेले लगा रही है वहीं यह भी सामने आने लगा है कि प्रशासन की ओर से नौकरी देने के लिए सर्वे कर जिन बेरोजगारों के नाम सूची में शामिल किए जा रहे हैं उनमें फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। सूची में 60 साल के बुजुर्ग और सरकारी मुलाजिम भी शामिल हैं।

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पटियाला में एडीसी डेवलपमेंट द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को रोजगार मुहैया करवाने के लिए सर्वे करवाया गया था। सर्वे में गांवों में जाकर बेरोजगार नौजवानों के मोबाइल नंबर व एड्रेस नोट किए गए। करीब 8 हजार बेरोजगार नौजवानों की लिस्ट तैयार कर रोजगार दफ्तर को भेजी गई। इस सर्वे रिपोर्ट में दर्ज नामों की दैनिक जागरण ने पड़ताल की तो पाया कि सूची में बाहरी राज्यों लोगों के नाम व नंबर शामिल कर दिए गए हैं।

सूची में एक नाम उत्तर प्रदेश के एक व्यक्ति का भी है। यही नहीं कुछ ऐसे लोगों के नाम भी हैं जो पहले से सरकारी नौकरी कर रहे हैं। गौरतलब  है कि ग्रामीण क्षेत्रों में किए इस सर्वे में उन लोगों के नाम शामिल किए गए थे जो हर महीने 200 से कम बिजली यूनिट का प्रयोग कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से भेजी गई सूची के मोबाइल नंबरों पर अब रोजगार दफ्तर के कर्मचारी फोन कर रहे हैं।

चार महीने पहले हुआ था सर्वे

चार महीने पहले प्रदेश सरकार की महात्मा गांधी सरबत विकास योजना के तहत जिला प्रशासन ने यह सर्वे ग्रामीण क्षेत्रों में करवाया था।

एडीसी दफ्तर की ओर से तैयार की गई है सूची : डिप्टी डायरेक्ट

रोजगार दफ्तर की डिप्टी डायरेक्टर गुरमीत कौर शेरगिल का कहना है कि जो सूची उन्हें दी गई है उसे एडीसी दफ्तर की ओर से तैयार किया गया है। सूची क्या फर्जी है या नहीं इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

सर्वे में संबंधित व्यक्ति ने जो नंबर लिखवाए वही लिखे : एडीसी

एडीसीडी शौकत अहमद परे का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे किया गया है। जिस व्यक्ति ने जो मोबाइल नंबर लिखवाए हैं वही लिखे गए हैं। यह टेंपरेरी सर्वे करवाया गया था। एक बार फिर सर्वे होगा।

फोन किया तो इलाहाबाद का निकला नंबर 

सर्वे कर तैयार सूची में दिए नंबर *****25531 पर फोन किया गया तो संबंधित व्यक्ति ने कहा कि वह इलाहाबाद का रहने वाला है।

दूसरे नंबर *****94690 पर फोन किया तो उसने बताया कि उसकी आयु 60 वर्ष है।

एक अन्य नंबर सूची में ऐसा भी शामिल है जो डीएसपी समाना के गनमैन का है। ऐसे में प्रशासन के इस सर्वे पर सवाल उठने लगे हैं।

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