इमीग्रेशन कंपनी का मालिक कार सहित पत्नी व दो बच्चों को लेकर नहर में कूदा
लीला भवन स्थित एली इमीग्रेशन कंपनी का मालिक कार में पत्नी व दो बच्चों को लेकर नहर में कूद गया। यह घटना शनिवार सुबह 11 बजे के बाद की है जिसके बाद गोताखोरों की टीम तुरंत इन सभी लोगों को बाहर निकालने में जुट गई। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद चारों लोगों को बाहर निकाल लिया लेकिन तब तक दोनों बच्चों सहित दंपति की मौत हो चुकी थी। गोताखोरों की 32 लोगों की टीम इस राहत कार्य में जुटी थी लेकिन किसी को भी जिदा कार से बाहर नहीं निकाल सके। मरने वालों की पहचान परमवीर गरंग उम्र करीब चालीस साल निवासी आदर्श नगर उसकी पत्नी दीपशिखा बेटा सुशांत गरंग व बेटी लिजा गरंग के रूप में हुई है। बेटा नर्सरी में पढ़ता था तो बेटी पहली क्लास की स्टूडेंट थी और दोनों ही बच्चे डीएवी स्कूल में पढ़ते थे। हादसे की सूचना मिलने के बाद डीएसपी सिटी वन योगेश शर्मा व पुलिस पार्टी मौके पर पहुंची।
जागरण संवाददाता, पटियाला
लीला भवन स्थित एली इमीग्रेशन कंपनी का मालिक परमवीर गरंग (40 साल) निवासी आदर्श नगर शनिवार सुबह 11 बजे कार में पत्नी दीपशिखा (लगभग 35 वर्ष), बेटे सुशांत गरंग व बेटी लिजा गरंग को लेकर भाखड़ा नहर में कूद गया। यह देख मौके पर उपस्थित दो ऑक्सीजन सिलेंडर वाले गोताखोरों सहित 32 गोताखोरों की टीम कार सवारों को नहर में से निकालने में जुट गई। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद जब उक्त परिवार के चारों सदस्यों को बाहर निकाला गया, तब तक वे मर चुके थे। बच्चों में सुशांत नर्सरी में और लिजा पहली कक्षा में डीएवी स्कूल में पढ़ते थे।
हादसे की सूचना मिलते ही डीएसपी (सिटी)-1 योगेश शर्मा व पुलिस पार्टी मौके पर पहुंची। उन्होंने परमवीर के पिता केवल कृष्ण को मौके पर बुलाया। इस पर केवल कृष्ण ने भी मौके पर पहुंचकर शवों को पहचाना। मगर, वह परमवीर व अन्य पारिवारिक सदस्यों के नहर में कूदने के कारणों को लेकर कुछ नहीं बता सके। इसके बाद पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर राजिदरा अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। जहां रविवार को शवों का पोस्टमार्टम होगा।
इस संदर्भ में डीएसपी (सिटी)-1 योगेश शर्मा ने कहा कि घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। परिवार के लोगों से पूछताछ की जा रही है, क्योंकि बिजनेस में किसी भी तरह की कमी नहीं थी। ऐसे में पारिवारिक कारणों को ही घटना का कारण माना जा रहा है। इस मामले में दो टीमें बनाई हैं जो बच्चों के स्कूल, परमवीर के बिजनेस ऑफिस सहित जानकारों व रिश्तेदारों से पूछताछ कर रही है।
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ये है पूरा मामला
भोले शंकर डाइवर्स क्लब के प्रधान शंकर भारद्वाज ने बताया कि शनिवार सुबह एक बुजुर्ग महिला नहर में कूदने की कोशिश कर रही थी। जिसे गोताखोरों ने बचा लिया था। इस दौरान जब वे बुजुर्ग महिला से बातचीत कर रहे थे, तभी पीआरटीसी वर्कशॉप साइड से नाभा की तरफ आती एक कार सीधे भाखड़ा नहर की ओर मुड़ी और नहर में गिर गई। इस पर गोताखोर तुरंत कार सवारों को बचाने के लिए नहर में कूदे। मगर, इस बीच कार का शीशा टूट गया और कार पानी में डूब गई। मगर जब तक महिला, पुरुष व दो बच्चों को नहर में से बाहर निकाला गया तब तक वे सभी मर चुके थे। वहीं बाद में नहर में से गोताखोर आशु मलिक को परमवीर का आइफोन मिला। जिसे मौके से जा चुकी पुलिस को बाद में सौंप दिया गया।