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ब्रह्मापुरा, डॉ. अजनाला व सेखवां टकसाली अकालियों का करता हूं सम्मान: सुखबीर

जत्थेदार गुरचरन सिंह टोपड़ा के दामाद व पूर्व कैबिनेट मंत्री हरमेल सिंह टोहड़ा का परिवार आज आम आदमी पार्टी को छोड़कर वापिस अकाली दल में शामिल हो गया है । परिवार ने कहा है कि उनकी आम आदमी पार्टी के साथ कोई नाराजगी नहीं है । वे अकाली दल पार्टी के वर्करों सहित अपने समर्थकों के कहने पर अकाली दल में वापिस आए हैं ।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Apr 2019 07:50 PM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 06:25 AM (IST)
ब्रह्मापुरा, डॉ. अजनाला व सेखवां टकसाली अकालियों का करता हूं सम्मान: सुखबीर
ब्रह्मापुरा, डॉ. अजनाला व सेखवां टकसाली अकालियों का करता हूं सम्मान: सुखबीर

जागरण संवाददाता, पटियाला

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अकाली दल प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि वह टकसाली अकालियों रणजीत सिंह ब्रह्मापुरा, डॉ. रतन सिंह अजनाला और सेवा सिंह सेखवां का आज भी सम्मान करते हैं। इस बारे में वह और ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहते। अकाली दल सुप्रीमो ने यह टिप्पणी शनिवार को यहां पूर्व कैबिनेट मंत्री हरमेल सिंह टोहड़ा के आवास पर व्यक्त की।

टोहड़ा परिवार को फिर से अकाली दल में शामिल करवाने पहुंचे सुखबीर बादल ने कहा कि इससे निश्चित रूप से पार्टी को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि अकाली राजनीति में उनके पिता प्रकाश सिंह बादल और दिवंगत जत्थेदार गुरचरण सिंह टोहड़ा का नाम इकट्ठे ही कई दशकों तक सुर्खियों में रहा है। इस बीच कुछ मतभेद होने के कारण टोहड़ा परिवार अकाली दल से अलग हो गया था। मगर, अब इस परिवार की पार्टी में वापसी को लेकर उनके पिता प्रकाश सिंह बादल खुश हैं और उन्होंने इसके लिए उनकी (सुखबीर) कोशिशों को सराहा भी है।

टकसाली अकालियों को नजरअंदाज किए जाने के प्रकरण के लिए डैमेज कंट्रोल एक्सरसाइज के तहत ही टोहड़ा परिवार को अकाली दल में दोबारा शामिल किए जाने की चर्चा संबंधी सुखबीर बोले कि ऐसा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि वह सभी टकसाली अकालियों का सम्मान करते हैं।

मीडिया के सवाल के जवाब में सुखबीर ने माना कि इस चुनाव में राज्य में अकाली दल का मुख्य मुकाबला कांग्रेस से है। साथ ही कहा कि पटियाला में वह यह मुकाबला मुख्य तौर पर अकाली दल और डॉ. गांधी के बीच मानते हैं। डॉ. गांधी से मुख्य तौर पर मुकाबला होने के कारणों पर उन्होंने सवाल को टाल दिया।

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समर्थकों की मांग पर अकाली दल में की वापसी : बीबी टोहड़ा

दूसरी ओर अकाली दल फिर से ज्वाइन करने के बारे में दिवंगत ज. गुरचरण सिंह टोहड़ा की पुत्री बीबी कुलदीप कौर टोहड़ा ने कहा कि उनकी आम आदमी पार्टी से कोई नाराजगी नहीं है। वह तो अपने समर्थकों के कहने पर अकाली दल में वापस आए हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में सनौर से आप की टिकट पर चुनाव लड़ने वाली बीबी कुलदीप कौर टोहड़ा के पति एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री हरमेल सिंह टोहड़ा ने कहा कि आम आदमी पार्टी फूट का शिकार हो चुकी है। उन्होंने कहा कि राह चलते-चलते कई बार ठोकर लग जाती है और व्यक्ति रास्ता भटक जाता है। ठीक इसी तरह ही उनके और अकाली दल पार्टी के बीच कुछ गिले शिकवे थे, जो दूर हो गए हैं। किस शर्त या एडजस्टमेंट पर बात हुई है, के बारे में हरमेल सिंह टोहड़ा ने कहा कि उन्होंने अकाली दल के सामने कोई शर्त नहीं रखी है और न ही कोई एडजस्टमेंट हुई है। उनके ससुर जत्थेदार गुरचरण सिंह टोहड़ा का भी पार्टी के साथ मनमुटाव हो जाता था, तो वे पार्टी को प्राथमिकता देते थे और वह भी अपने समर्थकों के कारण पार्टी को ही तरजीह देंगे। किसी हलके का प्रधान या फिर पार्टी का सीनियर उपाध्यक्ष बनाए जाने की शर्त पर पार्टी में यह वापसी होने की चर्चा पर टोहड़ा ने कहा कि सभी काम पद या फिर इलेक्शन के कारण नहीं होते हैं। उनकी पार्टी के साथ कोई कमिटमेंट नहीं हुई है। आने वाले समय में पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, उसे वह पूरी तरह से निभाएंगे।


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