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हिदू संगठन बोले-खालिस्तान का प्रचार बंद हो, डीजीपी का पुतला फूंका

पटियाला गुरदासपुर के कस्बा धालीवाल में शिवसेना नेता पर जानलेवा हमले के विरोध में हिदू संगठनों ने पंजाब में खालिस्तान के हो रहे प्रचार को रोकने की मांग की है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Feb 2020 12:22 AM (IST)Updated: Wed, 12 Feb 2020 06:13 AM (IST)
हिदू संगठन बोले-खालिस्तान का प्रचार बंद हो, डीजीपी का पुतला फूंका
हिदू संगठन बोले-खालिस्तान का प्रचार बंद हो, डीजीपी का पुतला फूंका

जागरण संवाददाता, पटियाला : गुरदासपुर के कस्बा धालीवाल में शिवसेना नेता पर जानलेवा हमले के विरोध में हिदू संगठनों ने पंजाब में खालिस्तान के हो रहे प्रचार को रोकने की मांग की है। हिदू संगठन इसे रेफरेंडम 2020 के साथ जोड़ कर देख रहे हैं। जगद्गुरु पंचानंद गिरि ने इसे देश बदल रहे हालात के कारण पड़ोसी देश और खालिस्तानी विचारधारा की कारवाई बताया। उन्होंने कहा कि दस सालों से रेफरेडम 2020 का नारा चल रहा है और इस साल आतंकी वारदातें बढ़ने का खतरा है। शिवसेना हिदुस्तान ने गुरदासपुर गोलीकांड के विरोध में राजपुरा रोड पर डीजीपी दिनकर गुप्ता का पुतला फूंका कर प्रदर्शन किया तो शिवसेना बाल ठाकरे ने हिदू नेताओं की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए खालिस्तान के प्रचार पर रोक लगाने के लिए कहा।

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सुरक्षा के लिए हिदू संगठनों ने पुलिस विभाग को नेताओं की सुरक्षा के लिए फिर से रिव्यू करने को कहा है। सोशल मीडिया में विचारों का टकराव

रेफरेडम 2020 और खालिस्तान का सोशल मीडिया पर प्रचार और हिदू संगठनों का विरोध टकराव का कारण है। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियां और एक दूसरे को चुनौती देने जैसी घटनाएं कम नहीं हुई। हिदू संगठनों ने रेफरडम 2020 के प्रचार रोकने की पुलिस को कई बार मांग भी की है।

हिदू सुरक्षा समिति के संरक्षक और जूना अखाड़ा के जगद्गुरु पंचानंद गिरि ने कहा कि सोशल मीडिया पर नजर रखने की मांग का कुछ असर हुआ और कई बेवसाइट बंद कराई गई। पाकिस्तान से पंजाब में संपर्क साध रहे गोपाल चावला को भी ब्लॉक किया गया। डीजीपी ने सुरक्षा वापस ली थी

डीजीपी दिनकर गुप्ता ने हाल ही में कई हिदू संगठनों के नेताओं की सुरक्षा वापस ली थी। पुलिस ने रिव्यू के बाद ही हिदू नेताओं की सुरक्षा वापस लेने तर्क दिया था। वहीं, हिदू नेता पुलिस और प्रशासन के रिव्यू पर सवाल उठा रहे हैं। पंचानंद गिरि ने कहा कि डीजीपी रिव्यू के लिए एसएसपी से रिपोर्ट लेते हैं। इंटेलीजेंस अपनी रिपोर्ट देती है और काउंटर इटेंलीजेंस की अलग रिपोर्ट होती है। तमाम रिपोर्ट के बाद ही हिदू नेताओं को सुरक्षा दी जाती है। जिन नेताओं को एक बार सुरक्षा देकर वापस ली गई है, वो पहले से आतंकियों के टारगेट पर थे।

पहले हुए हमलों को पुलिस हल नहीं कर सकी

शिव सेना हिदूस्तान की महिला विग की प्रदेश अध्यक्ष राजबीर कौर ने कहा कि इस घटना के जिम्मेवार पंजाब पुलिस के डीजीपी, पंजाब इंटेलिजेंस व राज्य सरकार है। इससे पहले भी उन पर जानलेवा हमला हुआ था जिसे पुलिस हल नहीं कर सकी है, न ही एफआइआर दर्ज की है। शिवसेना हिदुस्तान के कई नेता आतंकियों की हिट लिस्ट में शामिल हैं। आतंकवादियों ने हनी महाजन पर गोलियां चलाई, जबकि राष्ट्रीय प्रमुख शिवसेना हिदुस्तान पवन कुमार गुप्ता बार-बार आतंकवादियों के संबंध में चेतावनी दे रहे थे ।

शिवरात्रि के लिए सुरक्षा की मांग

हिदू संगठन सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहे हैं। मंदिर प्रबंधक समिति के प्रधान और चेयरमैन गो सेवा दल अश्वनी गग्गी ने पुलिस को शिवरात्रि के लिए विशेष सुरक्षा प्रबंध करने की मांग की है। नेताओं के मुताबिक पटियाला में शिवरात्रि शोभायात्रा का आयोजन आतंकवाद के काले दौर में ही शुरू हुआ था। उन्होंने कहा कि हिदुओं का बड़ा उत्सव होने कारण शरारती तत्वों पर नजर रखने की जरूरत है। उन्होंने एसपी सिटी वरुण शर्मा को मांग पत्र देकर सुरक्षा पुख्ता करने की मांग की है।


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