आइपीएल में सट्टा लगवाने वाले गिरोह का मुखिया धरा, नकदी, लैपटाप व मोबाइल बरामद
आरोपित मोबाइल एप के जरिए लोगों से आनलाइन सट्टा लगवाता था जिसकी पेमेंट आनलाइन लेनदेन करने वाली मोबाइल एप के जरिए की जाती थी। आरोपित रोकी ने पिछले कुछ महीनों के दौरान करीब डेढ़ करोड़ रूपये का लेनदेन आनलाइन पेमेंट करने वाली मोबाइल एप के जरिए किया है।
पटियाला, जेएनएन। आइपीएल व अन्य खेलों में सट्टा लगवाने के आरोप में सिटी राजपुरा थाना इलाके से पुलिस ने एक व्यक्ति को सोमवार को गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान रोकी निवासी नजदीक दुर्गा मंदिर राजपुरा के रूप में हुई है। आरोपित से 2.64 लाख रुपये नकदी के अलावा लैपटाप, दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। आरोपित मोबाइल एप के जरिए लोगों से आनलाइन सट्टा लगवाता था, जिसकी पेमेंट आनलाइन लेनदेन करने वाली मोबाइल एप के जरिए की जाती थी।
एसएसपी विक्रमजीत दुग्गल ने कहा कि आरोपित रोकी ने पिछले कुछ महीनों के दौरान करीब डेढ़ करोड़ रूपये का लेनदेन आनलाइन पेमेंट करने वाली मोबाइल एप के जरिए किया है।
मोबाइल एप के जरिए जोड़ते थे ग्राहक
रविवार को पुलिस को सूचना मिली थी कि राजपुरा में एक गिरोह मोबाइल एप के जरिए आनलाइन सट्टेबाजी करवा रहा है। सट्टेबाजी के संबंध में चलाई एप का मास्टर राकी है। लोगों का सट्टा बाजार में पैसा लगवाने के लिए विश्वास बनाया जाता था, जिसके लिए यह लोग सट्टेबाजी के खेल के साथ-साथ स्क्रीन और टेलीविजन पर चलने वाले खेल कार्यक्रम भी दिखाते थे।
यह लोग सट्टा लगाने वाले को फैंटर के नाम से संबोधित करते थे। यह गिरोह क्रिकेट, फुटबाल, वालीबाल, बास्केटबाल, लान टेनिस, टेबल टेनिस, हाकी, जैसे किसी भी खेल पर आनलाइन सट्टा लगवा देते थे। सट्टेबाजी की रकम वसूल करने के लिए अपने मोबाइल फोन नंबरों के माध्यम से पेटीएम वालेट या नेट बैं¨कग का इस्तेमाल करते थे। पिछले कुछ महीनों के दौरान इस गिरोह ने पेटीएम के माध्यम से अवैध रूप से लगभग डेढ़ करोड़ रुपये का लेनदेन किया है, जिसके लिए साइबर क्राइम सेल जांच में जुट गया है।
अपनी मास्टर आइडी से बनाई थी 35 अन्य आइडी
आरोपित रोकी ने अपनी मेल आइडी से एप बनाई थी, जिसके जरिए 35 अन्य लोगों को इस एप के साथ जोड़ा था। यह सभी मेंबर आनलाइन सट्टा खेलने वाले थे, जिन्होंने सट्टा बाजार में पैसा लगाया। यही नहीं, इन लोगों को खेलों के अलावा ताश के गेम लगाकर सट्टेबाजी भी करवाई जाती थी। फिलहाल मुख्य आरोपित रोकी को उसके घर से गिरफ्तार किया है, जिसके बाद अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के लिए रेड की जाएगी। रोकी के खिलाफ थाना शंभू में पहले भी गैंब¨लग एक्ट के तहत केस दर्ज है।