गेस्ट फैकल्टी अध्यापकों ने रैली निकाल किया प्रदर्शन, पीयू प्रशासन पर मांगों की अनदेखी का लगाया आरोप
वीसी दफ्तर के आगे धरने पर बैठे गेस्ट फैकल्टी अध्यापकों ने पीयू कैंपस में रोष रैली निकाली। इस दौरान अध्यापकों ने भाई काहन सिंह नाभा भवन के आगे धरना देकर रोष प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, पटियाला : वीसी दफ्तर के आगे धरने पर बैठे गेस्ट फैकल्टी अध्यापकों ने पीयू कैंपस में रोष रैली निकाली। इस दौरान अध्यापकों ने भाई काहन सिंह नाभा भवन के आगे धरना देकर रोष प्रदर्शन किया। अध्यापकों ने आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी प्रशासन लगातार उनकी मांगों को अनदेखा कर रहा है। इसके चलते अध्यापकों में यूनिवर्सिटी अधिकारियों के प्रति रोष बढ़ता ही जा रहा है। इसके रोष में अध्यापकों की ओर से मंगलवार को रोष रैली निकाली गई।
गेस्ट फैकल्टी अध्यापक यूनियन के प्रधान गुरदास सिंह ने कहा कि यूनिवर्सिटी के इस रवैये को अब अध्यापक बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि 130 अध्यापक ऐसे हैं जो यूनिवर्सिटी के खिलाफ रोष प्रदर्शन में शामिल हैं। अध्यापकों की ओर से क्लासिज का बायकाट किया गया है। ज्यादातर अध्यापक यहां वीसी दफ्तर के आगे धरने में शामिल हैं। गुरदास ने कहा कि अथारिटी का कोई भी अधिकारी अध्यापकों के इस संघर्ष को दबा नहीं सकते। गेस्ट फैकल्टी अध्यापक यूनियन की ओर से अपने संघर्ष को और तेज करने की रणनीति तैयार की जा रही है, जिसकी जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी प्रशासन की होगी। उन्होंने कहा कि अध्यापकों को संघर्ष करते हुए एक महीना होने को आ गया है। इसके बावजूद यूनिवर्सिटी प्रशासन अध्यापकों की मांगों को पूरा करने को तैयार नहीं है। इस मौके कर्मजीत कौर ने भी धरने को संबोधित किया। दर्जा चार मुलाजिम 20 को करेंगे सीएम आवास की तरफ मार्च
पटियाला : सरकारी और अर्ध सरकारी विभागों में दर्जा चार कर्मचारी नेताओं की एक मीटिग यूनियन दफ्तर राजपुरा कालोनी में हुई। इसमें पंजाब सरकार की तरफ से और विभागों की तरफ से चौथा दर्जा कर्मचारियों की मांगों को काफी अरसे ना मानने संबंधी 20 नवंबर पटियाला में दिए जाने वाले सूबा स्तरीय रोष धरने और मोती महिला तक मार्च करने की तैयारियों का जायजा लिया गया। यूनियन के सूबा चेयरमैन कामरेड सज्जण सिंह, सूबा प्रधान दर्शन सिंह लुबाना ने कहा कि पंजाब के पांचवे वेतन कमीशन ने चौथा दर्जा मुलाजिमों को तनख्वाह स्केल और भत्ते सालाना इंक्रीमेंट देने में भारी भेदभाव किया था। पंजाब के छठे वेतन कमिशन को पिछले वेतन कमीशन की तरफ से किये भेदभाव को दूर करने पांच याद पत्र दिए गए हैं। इनमें केंद्रीय वेतन स्केल लागू करन का विरोध किया गया है और डी-श्रेणी का ओहदा घटाकर (मल्टीपर्पज वर्कर) करने संबंधी सरकार अधीन चल रहे विचारों का भी विरोध किया गया है। मीटिग में दर्शन सिंह लुबाना, जगमोहन सिंह नोलक्खा, सुखविदर सिंह, राम लाल रामा, राम प्रसाद सहोता, काका सिंह, केसर सिंह सैनी, अनिल कुमार, माधो लाल, अमरीक सिंह, इंद्रपाल, राकेश शर्मा, लखविदर सिंह, राम दास, सुखदेव सिंह झंडी, प्रकाश सिंह लुबाना, सत्यानारायण गोनी, अनिल कुमार, दीया शंकर आदि उपस्थित थे।