जेलों में हथियार व नशा पहुंचाने वालों के दो बैंक खाते मिले
नाभा जेल ब्रेक -अरमान व हरमन के बैंक खातों की जांच कर रही सीआइए राजपुरा -पुलिस को
नाभा जेल ब्रेक
-अरमान व हरमन के बैंक खातों की जांच कर रही सीआइए राजपुरा
-पुलिस को अभी पूछताछ में नहीं सकी बड़ी सफलता
जागरण संवाददाता, पटियाला : नाभा जेल ब्रेक के आरोपी कुलप्रीत ¨सह उर्फ नीटा दियोल सहित अन्य गैंगस्टर्स को नशा व असलहा पहुंचाने वाले गांधी ग्रुप स्टूटेंड यूनियन के प्रधान अरमानदीप सिंह चीमा व पूर्व प्रधान हरमन का एक-एक बैंक खाता मिला है। सीआइए स्टाफ राजपुरा की टीम बुधवार को इनके बैंक खातों को खंगालती रही। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोनों ने अपने बैंक खाते में बारी-बारी से पैसा डलवाया था, ताकि किसी को उनकी ट्रांजेक्शन पर शक न हो।
इस जांच के दौरान अचानक मी¨टग के कारण सीआइए इंचार्ज बिक्रमजीत ¨सह बराड़ को चंडीगढ़ जाना पड़ा। इस वजह से पूछताछ को बीच में रोकते हुए वह निकल गए, लेकिन अन्य अधिकारी की ड्यूटी लगा रखी है। देर शाम तक इस मामले में पुलिस को ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई थी। बरामद पासपोर्ट को लेकर भी अभी पूछताछ करनी बाकी है।
एसपी डी हर¨वदर ¨सह विर्क ने कहा कि पूछताछ की जा रही है, लेकिन कोई ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है। जेलों में नशा व असलहा पहुंचाने से लेकर पासपोर्ट बरामद होने के अलावा अन्य पहलुओं पर जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जेलों में नशा पहुंचाने से लेकर हवाला राशि अपने खाते में पहुंचाना इन दोनों के अकेले के बस की बात नहीं है। यहां इन्हें कौन सपोर्ट कर रहा है, इसकी भी जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि गांधी ग्रुप स्टूडेंट यूनियन पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रधान हरमन विर्क व मौजूदा प्रधान अरमानदीप ¨सह चीमा निवासी बगीची हेत राम को सीआइए स्टाफ राजपुरा की टीम ने राजपुरा इलाके से गिरफ्तार किया है। इनसे 700 ग्राम नशीला पदार्थ, जेल ब्रेक के आरोपी कुल¨वदर ¨सह सदाना व उसकी पत्नी जसदीप कौर निवासी ब¨ठडा का पासपोर्ट और हरमनदीप की कार की बरामद की गई है।