इस Online ठगी से आप भी रह जाएंगे हैरान, Prepaid ATM की Limit बढ़ा 1.21 करोड़ की धोखाधड़ी
Prepaid ATM Card की Limit के साथ छेड़छाड़ कर बैंक के साथ 1.21 करोड़ की ठगी कर डाली। आरोपितों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है।
जेएनएन, पटियाला। मोबाइल फोन पर OTP के जरिए ठगी करने व ATM Card Clone कर ठगी होने के कई केस तो आपने अकसर सुने होंगे, लेकिन अब ठगी का एक ऐसा अनोखा मामला सामने आया जिसमें आरोपितों ने एक ही बार में ही 1.21 करोड़ की ठगी कर डाली। मामले की जांच के बाद पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने यह ठगी Prepaid ATM Card की Limit से छेड़छाड़ करके की।
प्राथमिक जांच में सामने आया कि आरोपितों की Limit कुछ हजार रुपये की थी, लेकिन उन्होंने खर्च लाखों कर डाले। Limit बदलकर इतनी बड़ी हेराफेरी कैसे की गई, इस बात से पुलिस भी हैरान है। प्राथमिक जांच में सामने आया कि इन पैसों से एक किलो से ज्यादा के सोने के गहने, कार और एक्टिवा खरीदा गया। इसमें से आधा सोना तो घर के स्टोर में फर्श में दबाकर रखा था। बाकी सोने को अन्य बैंकों में रखकर लोन लिया हुआ था और लोन पर लिया पैसा इन्होंने विभिन्न बैंक खातों में जमा करवा लिया।
दो महीने में विभिन्न पेट्रोल पंप से करीब 30 लाख कीमत का पेट्रोल खरीदा। पुलिस का यह भी मानना है कि आरोपित किसी भी हालत में इतनी बड़ी रकम का पेट्रोल इस्तेमाल नहीं कर सकते। उसी कारण उन पेट्रोल पंपों की लिस्ट तैयार की जा रही है, जिन पर यह लेनदेन हुआ है। पुलिस को शक है कि आरोपित पेट्रोल पंप पर कार्ड स्वाइप कर कमीशन कटवा वहां से कैश ले लेते थे।
आइटी एक्सपर्ट व बैंक से जुड़ा व्यक्ति भी शामिल
एसएसपी मनदीप सिंह ने प्रेसवार्ता कर बताया कि पुलिस ने जन स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड के मैनेजर देवन सेठ की शिकायत पर अमरजीत सिंह, गुरलाल सिंह, कुलदीप सिंह, नरिंदर कौर व कर्मजीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इनमें अमरजीत सिंह पांचवीं, गुरलाल सिंह 12वीं, कुलदीप कौर अनपढ़, नरिंदर कौर पांचवी पास और कर्मजीत सिंह 12वीं पास है। इनमें से कोई भी आइटी एक्सपर्ट नहीं है। ऐसे में पुलिस को इस मामले में बैंक कर्मचारी या आइटी सेक्टर से संबंधित अन्य किसी व्यक्ति के शामिल होने की आशंका है। पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश कर चार दिन का रिमांड हासिल किया है। सभी को दो महीने की जांच के बाद पकड़ा गया।
बैंक का ट्रस्ट जीत चार साल से बढ़ाते रहे लोन की रकम
एसएसपी ने बताया कि शिकायत के अनुसार आरोपित 2015 से बैंक के कस्टमर थे। लोन की रकम लौटाकर धीरे-धीरे वह लोन की राशि बढ़वा रहे थे। कुलदीप कौर व राजबीर कौर निवासी रसूलपुर जोड़ा को 2015 में 30-30 हजार व 2017 में 45-45 हजार का लोन दिया गया। उनका ट्रैक रिकॉर्ड देखते हुए मार्च 2019 में 60-60 हजार रुपये का लोन और दिया गया। उसके बाद आरोपितों ने कार्ड की Limit से छेड़छाड़ कर 1.21 करोड़ खर्च कर दिए।
दो माह में कार्डों से 638 बार हुई ट्रांजेक्शन
कुलदीप कौर ने राजवीर कौर को विश्वास में लेकर उसका भी Prepaid ATM Card ले लिया था। कुलदीप कौर ने अपने बेटे गुरलाल सिंह उर्फ लाली, पति अमरजीत सिंह के साथ मिलकर पिछले दो माह में कार्ड को 195 बार इस्तेमाल करके करीब 59,05,431 रुपये निकलवाए। कुलदीप कौर की ननद नरिंदर कौर और उसके बेटे कर्मजीत सिंह उर्फ सोनू द्वारा दो माह में कार्ड को 443 बार इस्तेमाल करके लगभग 62,99,110 रुपये की Limit से ज्यादा ट्रांजेक्शन की।
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