जून अंत में हो सकते हैं एफपीआइए चुनाव, लॉकडाउन ने बदला चुनावी एजेंडा
पटियाला कोरोना संकट के कारण लगे कर्फ्यू व लॉकडाउन के खुलते ही फोकल प्वाइंट इंडस्ट्री एसोसिएशन (एफपीआइए) के चुनाव का रास्ता खुल गया है।
प्रेम वर्मा, पटियाला : कोरोना संकट के कारण लगे कर्फ्यू व लॉकडाउन के खुलते ही फोकल प्वाइंट इंडस्ट्री एसोसिएशन (एफपीआइए) के चुनाव का रास्ता खुल गया है। अब जून के अंत तक चुनाव की संभावनाएं बनी है, जिसके लिए अब उम्मीदवार सक्रिय होने लगे हैं। एफपीआइ के चुनाव में अश्वनी गुप्ता व रोहित बांसल दो ग्रुप आमने-सामने हैं। अश्वनी गुप्ता का ग्रुप तजुर्बेकार व सीनियर मेंबरों से जुड़ा हुआ है। वहीं, नए तजुर्बे के साथ रोहित बांसल की टीम मैदान में उतरी है। यह चुनाव मार्च महीने में होने थे, लेकिन 23 मार्च को कर्फ्यू लगने के बाद चुनाव टालते हुए दस अप्रैल को कर दिए थे। कर्फ्यू अवधि बढ़ने पर चुनाव को पूरी तरह से टाल दिया गया था। अब लॉकडाउन खुलते ही सदस्यों ने गतिविधियां शुरू कर दी हैं। चर्चा है कि चुनाव पर इस बार उम्मीदवारों को खर्च भी कम करना पड़ेगा।
यह उम्मीदवार हैं चुनाव मैदान में
एफपीआइए के मौजूदा प्रधान अश्वनी गुप्ता रहे हैं। इस ग्रुप की तरफ से प्रधानगी पद का तजुर्बा रख चुके अशोक सिगला प्रधान पद के लिए, उपप्रधान के लिए राजीव गर्ग, जनरल सेक्रेटरी के लिए अश्वनी गुप्ता, ज्वाइंट सेक्रेटरी के लिए साहिल गर्ग, कैशियर के लिए प्रदीप मल्होत्रा चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले अशोक सिगला की जगह संजीव गोयल का नाम चर्चा में रहा था, लेकिन उन्होंने निजी कारणों के चलते नाम वापस लिया था। दूसरी पार्टी में रोहित बांसल प्रधान पद, सीनियर प्रधान के पद के लिए संतोष कुमार महाजन, जनरल सेक्रेटरी राजन बांसल, फाइनेंस सेक्रेटरी नरेश कुमार सिगला व ज्वाइंट सेक्रेटरी के पद के लिए कृष्ण कुमार चुनाव लड़ेंगे। बीते चुनाव में एफपीआइए के पास कुल 266 वोटें थी, लेकिन इस बार 380 वोटें हैं। पिछली बार प्रधान पद के लिए रोहित बांसल व अश्वनी गुप्ता के बीच मुकाबला हुआ था, जिसमें अश्वनी गुप्ता ने जीत हासिल की थी।
चुनावी मुद्दे में बदलाव आया : अश्वनी गुप्ता
प्रधान अश्वनी गुप्ता ने चुनावी मुद्दे में फोकल प्वाइंट का विकास, इलाके की बेहतरी के अलावा नई सुविधाएं लागू करना शामिल किया था। अब कोरोना वायरस के कारण लगे कर्फ्यू के दौरान लेबर की समस्या, बिजली के बिल और कारोबारियों के संपर्क टूटे हैं। इन सभी मुद्दों को भी मेनीफेस्टों में शामिल किया है, ताकि सरकार से बिजली बिल माफी करवा सकें। लेबर की कमी को दूर करवा सके।
अब तो चुनाव होने चाहिए : रोहित बांसल
रोहित बांसल ने कहा कि अब तो सब तरफ छूट देते हुए लॉकडाउन खुल चुका है, ऐसे में चुनाव होने चाहिए। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान समाज सेवा और फोकल प्वाइंट की सेवा की है और आगे भी सेवा करते रहेंगे।