आइएएस वरुण रुजम के ससुर की हत्या का चौथा आरोपित भी गिरफ्तार
पूर्व डीसी पटियाला आईएएस वरूण रूजम के ससुर स्वरन ¨सह के कत्ल में आरोपित चौथे व्यक्ति को भी पुलिस ने काबू कर लिया है। इसकी पहचान चरन ¨सह उर्फ चीनी निवासी गांव दुखेड़ी जिला अंबाला हरियाणाके रूप में हुई है। इसने 25 दिसंबर को राजपुरा अदालत में सरेंडर किया था, जिसके बाद पुलिसने इसे गिरफ्तार कर 31 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर ले लिया है। एसएसपी मंदीप ¨सह सिद्धू ने बुधवार को प्रैस कांफ्रेंस के दौरान यह जानकारी देते हुए कहा कि आरोपित ने ही सवरन ¨सह को गोली मारी थी।
जागरण संवाददाता, पटियाला
सीनियर आइएएस वरुण रुजम (मार्कफेड के एमडी) के ससुर स्वर्ण ¨सह की हत्या में शामिल चौथे आरोपित व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित की पहचान चरन ¨सह उर्फ चीनू निवासी गांव दुखेड़ी जिला अंबाला हरियाणा के रूप में हुई है। गौर हो कि उक्त आरोपित ने 25 दिसंबर को राजपुरा अदालत में आत्मसमर्पण किया था। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर 31 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर ले लिया है।
इस बारे में एसएसपी मंदीप ¨सह सिद्धू ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि आरोपित ने ही स्वर्ण ¨सह को गोली मारी थी। हत्या में इस्तेमाल .32 बोर की मैगजीन वाली पिस्तौल व तीन ¨जदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं। इस केस में जगतार ¨सह, कार्तिक चौहान व सत¨वदर ¨सह उर्फ सत्ता 18 दिसंबर को ही गिरफ्तार कर लिए थे। ये सभी आरोपित भी पुलिस रिमांड पर हैं। आरोपित जगतार ¨सह से छह दस्ताने व 20 लाख रुपये नकदी बरामद की है। इसके अलावा इसके पास से लगभग 50 लाख रुपये कीमत के बैंक ड्राफ्ट भी रिकवर हुए हैं।
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चार टीमों ने अंबाला से लेकर यूपी तक छापे मारे
एसएसपी सिद्धू ने बताया कि तीन आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद चौथा आरोपित चीनू फरार था। इसे गिरफ्तार करने के लिए एसपी (डी) मंजीत ¨सह बराड़ की अगुआई में डीएसपी राजपुरा कृष्ण कुमार व पुलिस पार्टी की चार टीमें बनाई गई थीं। इस टीम ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पांवटा साहिब, जगाधरी व अंबाला सहित अन्य इलाकों में छापेमारी की थी। आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस मुलाजिम लगातार रेड कर रहे थे। जिस वजह से दबाव में आकर आरोपित ने खुद ही सरेंडर कर दिया। प्राथमिक पूछताछ में चरन ¨सह उर्फ चीनू ने कबूल किया है कि उसने ही स्वर्ण ¨सह के सिर व छाती में गोलियां मारी थी।
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पहले गला घोंटकर थी हत्या करने की योजना
आरोपितों ने बताया है कि स्वर्ण ¨सह की हत्या करने के लिए पहले उसका गला घोंटने की योजना थी। इसके लिए जगतार ¨सह ने चंडीगढ़ में जाकर छह दस्ताने भी खरीदे थे। दस्ताने खरीदने के बाद चंडीगढ़ गोल्फ क्लब में रेकी भी की थी। मगर, बाद में प्लान बदल गया, तो गोली मारने की योजना बनाई। इसके लिए उत्तराखंड से 40 हजार रुपये में देसी पिस्तौल खरीदी थी और इसी से हत्या की थी। यह हत्या इन लोगों ने पैसों के लालच में की थी, क्योंकि जगतार ¨सह ने प्रॉपर्टी खरीदने व बेचने के बिजनेस के नाम पर स्वर्ण ¨सह के साथ पौने सात करोड़ रुपये की ठगी की थी। इन पैसों से कुछ जगहों पर फ्लैट्स खरीदे गए, जिनकी संख्या चार बताई गई है। वहीं कुछ पैसा खर्च कर दिया, शेष लगभग 70 लाख रुपये बरामद किया गया है। यह पैसा जगतार सिंह ने अपने घर के बेड बॉक्स में छिपा रखा था।
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आरोपित को खुद भी पता नहीं था कार में गिरा था कारतूस
आरोपित चरन ¨सह ने स्वर्ण ¨सह पर पांच फायर किए थे। मगर, एक फायर नहीं चला तो उसे लगा कि कारतूस फंस गया है। घटनास्थल से फरार होते समय उसने कार में पिस्तौल को दोबारा से खाली किया। इस दौरान कारतूस कार में ही गिर गया था। इस बारे में आरोपितों का पता नहीं चल पाया। मगर, पुलिस ने कार बरामद करने के बाद तलाशी ली, तो इसमें से कारतूस बरामद कर लिया गया।
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केस सुलझाने के लिए सीए हायर किया पुलिस ने
एसएसपी सिद्धू ने बताया कि इस केस में कई तकनीकी पहलू हैं। पैसों की हेराफेरी को लेकर स्वर्ण ¨सह के परिवार ने करीब पौने सात करोड़ रुपए की रकम बताई है। आरोपित का कहना है कि उसने चार फ्लैट्स लिए थे। ऐसी सभी जानकारियों को तकनीकी रूप से जांचने के लिए पुलिस महकमे ने एक प्राइवेट सीए हायर किया गया है, ताकि केस में किसी भी तरह के सुबूत बाकी न रह जाए।