पंजाबी यूनिवर्सिटी पर वित्तीय संकट गहराया, पूर्व IAS नारंग के ज्वाइन न करने से बढ़ी मुश्किलें
पंजाबी यूनिवर्सिटी को सरकार की ओर से मिलने वाली 20 करोड़ रुपये की ग्रांट पर संकट गहरा गया है। पूर्व आइएएस मनजीत सिंह नारंग को ज्वाइन न करवाने पर यूनिवर्सिटी की ग्रांट रुक सकती है।
जेएनएन, पटियाला। पंजाबी यूनिवर्सिटी (PU) को सरकार की ओर से मिलने वाली 20 करोड़ रुपये की ग्रांट पर संकट गहरा गया है। उच्च शिक्षा विभाग ने अगस्त के पहले हफ्ते में होने वाली बैठक के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन को बुलावा नहीं भेजा है। माना जा रहा है कि पूर्व आइएएस अधिकारी मनजीत सिंह नारंग को ज्वाइन न करवाने पर यूनिवर्सिटी की ग्रांट रुक सकती है।
उच्च शिक्षा विभाग ने पिछली बैठक में यूनिवर्सिटी प्रशासन से कहा था कि अगस्त में होने वाली बैठक में पूर्व आइएएस अधिकारी को साथ लेकर आएं। अध्यापकों के विरोध के कारण यूनिवर्सिटी ने नारंग को ज्वाइन नहीं करवाया। इसके बाद खफा पूर्व अधिकारी ने खुद इस पद पर काम करने से इन्कार कर दिया।
यूनिवर्सिटी की वित्तीय हालत सुधारने के लिए सरकार ने पूर्व आइएएस मनजीत सिंह नारंग को यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर के साथ सलाहकार नियुक्त किया था। नारंग पहले भी पीआरटीसी के एमडी पद पर काम करते हुए उसे मुनाफे में ले आए थे। पटियाला नगर निगम के कमिश्नर रहते हुए भी निगम मुनाफे में आया था।
सरकार का मानना था कि नारंग यूनिवर्सिटी की वित्तीय हालत सुधारने में मददगार साबित होंगे। यूनिवर्सिटी की ओर से ज्वाइन नहीं करवाने के बाद नारंग ने खुद को किनारे कर लिया है। हालांकि नारंग ने यूनिवर्सिटी को ईमेल व फोन कर ज्वाइनिंग करवाने के बारे में पूछा भी था।
पहले मिले 20 करोड़ से जारी किया था वेतन
यूनिवर्सिटी और शिक्षा विभाग के बीच एक बैठक पहले भी हो चुकी है जिसके बाद 20 करोड़ रुपये की ग्रांट जारी की गई थी। इस ग्रांट से यूनिवर्सिटी ने स्टाफ को वेतन जारी किया था।
अब तक नहीं मिला बुलावा : रजिस्ट्रार
नवनियुक्त रजिस्ट्रार दविंदरपाल का कहना है कि अब तक बैठक के लिए बुलावा नहीं मिला है। डाक चेक कर रहे हैं। अगर डाक में कोई पत्र आया होगा तो उसके बारे में जानकारी नहीं है। मेरी नियुक्ति भी कुछ दिन पहले हुई है इसलिए पूरे मामले की जानकारी भी नहीं है।