ब्रजेश ठाकुर से ली रंगदारी वापस करने की मांग वाली ईमेल नहीं पहुंची एसएसपी ऑफिस
सेंट्रल जेल पटियाला में बंद मुजफ्फनगर उत्तर प्रदेश बालिका गृह में यौन शोषण के आरोपित बृजेश ठाकुर ने रंगदारी में दिए 15 लाख रुपए की रकम वापिस दिलाने की मांग की है। बृजेश ठाकुर की मां मनोरमा देवी ने यह ईमेल डीजीपी, आईजी, एसएसपी पटियाला, डीसी सहित अन्य अधिकारियों को भेजी थी। इस ईमेल में अपनी आर्थिक हालत खराब होने का जिक्र भी किया गया है। जिसके बाद यह ईमेल सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई है। फिलहाल यह ईमेल एसएसपी मंदीप ¨सह सिद्धू के आफिस में नहीं पहुंची हैं। इस मामले को लेकर एसएसपी सिद्धू ने कहा कि आईजी रैंक के अधिकारी इस मामले की पहले ही जांच कर रहे हैं। इसमें अभी तक यह साबित तो नहीं हुआ है कि यह पैसा दिया है कि नहीं।
जागरण संवाददाता, पटियाला
सेंट्रल जेल पटियाला में बंद मुजफ्फनगर उत्तर प्रदेश बालिका गृह में यौन शोषण के आरोपित ब्रजेश ठाकुर ने रंगदारी में दिए 15 लाख रुपये की रकम वापस दिलाने की मांग की है। इस बारे में ब्रजेश ठाकुर की मां मनोरमा देवी ने एक ईमेल डीजीपी, आइजी, एसएसपी पटियाला, डीसी सहित अन्य अधिकारियों को भेजी थी। इस ईमेल में मनोरमा ने अपनी आर्थिक हालत खराब होने का जिक्र भी किया गया है। जिसके बाद यह ईमेल सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। फिलहाल, यह ईमेल एसएसपी मंदीप ¨सह सिद्धू के ऑफिस में नहीं पहुंची है।
इस बारे में एसएसपी सिद्धू ने कहा कि आइजी रैंक के अधिकारी इस मामले की पहले ही जांच कर रहे हैं। इसमें अभी तक यह साबित नहीं हुआ है कि रुपये दिए हैं या नहीं। साबित होने पर सीनियर अधिकारी अपने लेवल पर इसे हैंडल करेंगे, जिससे पटियाला पुलिस का ¨लक नहीं है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद ब्रजेश ठाकुर को 30 अक्टूबर, 2018 को सेंट्रल जेल पटियाला में शिफ्ट किया गया था। इसके लगभग डेढ़ माह बाद ठाकुर के परिवार के मेंबरों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी थी कि जेल सुपरिंटेंडेंट ने कुछ गैंगस्टरों की मदद से ठाकुर को प्रताड़ित कर 15 लाख रुपये की रंगदारी ली है। इस मामले की पड़ताल आर्गनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट के अधिकारी कर रहे हैं।
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वकील की फीस देने को भी पैसे नहीं : मनोरमा
जानकारों के मुताबिक ब्रजेश ठाकुर की मां मनोरमा देवी ने सीनियर पुलिस अधिकारियों सहित करीब दस लोगों को यह ईमेल भेजी है। इसमें मनोरमा देवी ने लिखा है कि उसके दो बेटे हैं, जिनमें से एक ब्रजेश ठाकुर है। ब्रजेश ठाकुर इस समय सेंट्रल जेल पटियाला में बंद है और दूसरे बेटे को अधरंग की बीमारी है। इस बीमारी के कारण घर में इलाज करवाने के लिए अक्सर पैसों की जरूरत रहती है। घर में इनकम का कोई जरिया नहीं है। ऐसे में एक तरफ बीमारी के इलाज का खर्च, तो दूसरी तरफ ठाकुर के वकीलों की फीस का खर्च वहन करना मुश्किल हो गया है। जेल में बंद बेटे को बचाने के लिए 15 लाख रुपये दिए थे, जिसके बाद हालात बद से बदतर हो गए हैं। ऐसे में उनका 15 लाख रुपया वापस दिलाए जाए।