स्टूडेंट्स से तालमेल कर बेहतर शिक्षा के लिए प्रयास करें डीईओ
सरकारी स्कूलों में शिक्षा प्रणाली को बेहतर और स्कूलों में स्टूडेंट्स को क्वालिटी एजूकेशन देने के लिए शिक्षा विभाग कई नए कदम उठा रहा है।
जागरण संवाददाता, पटियाला
सरकारी स्कूलों में शिक्षा प्रणाली को बेहतर और स्कूलों में स्टूडेंट्स को क्वालिटी एजूकेशन देने के लिए शिक्षा विभाग कई नए कदम उठा रहा है। इसी उद्देश्य से सेक्रेटरी शिक्षा विभाग कृष्ण कुमार ने स्कूल शिक्षा सुधार टीमों, राज्य के सभी जिलों के एलूमेंट्री और सेकेंडरी जिला शिक्षा अफसरों से मी¨टग की। मी¨टग में सेक्रेटरी ने कहा कि विभाग द्वारा किए जा रहे यत्नों के बावजूद भी स्कूलों में कमियां सामने आ रही हैं। जिन्हें दूर करने के लिए विभाग ने नया तरीका सोचा है। जिसके तहत जिला शिक्षा अफसर स्कूल मुखियों के बजाए स्कूल में पढ़ रहे स्टूडेंट्स से फ्रेंडली होंगे और उन्हें आ रही समस्याओं के बारे में जानेंगे और उन समस्याओं को जल्द हल करने के बारे में निर्देश जारी करेंगे। इन समस्याओं को जल्द हल करवाने की जिम्मेदारी भी जिला शिक्षा अधिकारियों की निश्चित की गई है। ताकि विभाग को स्कूल में आ रही असल समस्याओं की जानकारी हो और इन समस्याओं को हल कर स्कूल की परफॉर्मेंस बेहतर की जा सके।
इसके अलावा सेक्रेटरी ने हर जिले में ऐसे 10-10 स्कूलों की लिस्ट बनाने के निर्देश दिए हैं जिनकी परफॉर्मेंस बेहतर और संतोषजनक नहीं है। जिसके बाद इन स्कूल ¨प्रसिपलों से मी¨टग की जाएगी। इस मी¨टग का कारण बेहतर प्रदर्शन न करने वाले स्कूलों को बेहतर प्रदर्शन वाले स्कूलों से प्रेरणा देना है। ताकि बेहतर प्रदर्शन वाले स्कूल्स के वर्किंग के हिसाब से वे भी अगली बार अपने प्रदर्शन को इंप्रूव कर सकें।
स्कूल्स के बेहतर प्रदर्शन के लिए विभाग के अन्य फैसले
- जिला शिक्षा अफसर द्वारा अपने जिले की लगातार मॉनीट¨रग की जाए और स्कूलों में पड़े पें¨डग कामों का निपटारा तुरंत करवाया जाए।
- जो अध्यापक कर्मचारी स्कूलों में गैर हाजिर और लेट पाए जाते हैं, उनके खिलाफ तुरंत कार्रवारई अमल में लाई जाए।
- जिला शिक्षा अफसरों द्वारा हर महीने शिक्षा सुधार टीमों से मी¨टग कर कार्रवाई की रिपोर्ट मुख्य दफ्तर को भेजी जाए।
- इसके अलावा मी¨टग में कम से कम एक बढि़या कारगुजारी वाले स्कूल ¨प्रसिपल को मी¨टग में शामिल किया जाए।
- स्कूल शिक्षा अफसर अपने अधीन आते सभी स्कूलों के बाथरूम साफ सुथरे होने यकीनी बनाएं।
- स्कूल मुखियों द्वारा अपने विषय से संबंधित क्लासेज लगाया जाना यकीनी बनाना डीईओ की जिम्मेदारी है।
(गौरव सूद)