Economic Crisis: पंजाबी यूनिवर्सिटी (PU) ने 4500 कर्मचारियों को नहीं दिया वेतन
पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयूू) के 4500 कर्मचारियों को अभी तक वेतन नहीं मिला है। 400 पेंशनर्स को पेंशन भी जारी नहीं की गई हैैै।
जेएनएन, पटियाला। 140 करोड़ का लोन लेने के बाद भी पंजाबी यूनिवर्सिटी आर्थिक संकट से गुजर रही है। जुलाई की 20 तारीख गुजर जाने के बाद भी यूनिवर्सिटी ने 4500 मुलाजिमों को वेतन जारी नहीं किया और न ही 1400 पेंशनर्स को पेंशन जारी की। हालांकि यूनिवर्सिटी ने अध्यापक जत्थेबंदी पुटा से समझौता किया था कि 17 जुलाई को मुलाजिमों को वेतन जारी कर देगी। इसको लेकर सोमवार को विभिन्न मुलाजिम जत्थेबंदियों ने वाइस चांसलर के दफ्तर के आगे धरना देकर रोष जाहिर किया।
पीयू को हर महीने राज्य सरकार से 8.74 करोड़ रुपये की ग्रांट मिलती है। जुलाई में मिली ग्रांट से यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यूनिवर्सिटी के पेंशनर्स को मई की पेंशन जारी कर दी है। जानकार बताते हैं कि अब यूनिवर्सिटी प्रशासन अगले महीने मिलने वाली ग्रांट को इसी महीने में लेने की कोशिश कर रहा है, ताकि मुलाजिमों को वेतन जारी किया जा सके। यह भी 25 जुलाई के बाद होना संभव बताया जा रहा है।
प्रोग्रेसिव टीचर्स अलायंस से भूङ्क्षपदर ङ्क्षसह विर्क व नॉन टीङ्क्षचग कर्मचारी एसोसिएशन के राङ्क्षजदर राजू व मनोज भांबरी ने कहा कि यह संघर्ष वेतन मिलने तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि पिछले समय में पुटा और यूनिवर्सिटी प्रशासन के बीच 17 जुलाई को वेतन जारी करने का समझौता हुआ था। बावजूद इसके 20 तारीख निकल जाने के बाद भी वेतन जारी नहीं हुई।
पुटा की एग्जीक्यूटिव मीटिंग आज
पुटा के प्रधान डॉ. जसविंदर बराड़ ने कहा कि वेतन मुद्दा गंभीर बनता जा रहा है। सोमवार को यूनिवर्सिटी अधिकारियों से मीङ्क्षटग नहीं हुई। इसके चलते अब मंगलवार को पुटा की एग्जीक्यूटिव मीटिंग बुलाई गई है, जिससेइस मामले पर अहम फैसला लिया जा सकता है।
पीयू का सेलरी व पेंशन का हर महीने का बजट 28 करोड़
पंजाबी यूनिवर्सिटी का हर महीने का वेतन व पेंशन का बजट 28 करोड़ का है। यूनिवर्सिटी में 4500 के करीब मुलाजिम हैं। यूनिवर्सिटी को राज्य सरकार से हर महीने 8.74 करोड़ की ग्रांट मिलती है। वहीं, कुछ पैसा स्टूडेंट्स की फीस से प्राप्त हो जाता है। जुलाई व सितंबर महीने में एडमिशन व एग्जामिनेशन फीस भी यूनिवर्सिटी के पास आ जाती है।
जल्द यूनिवर्सिटी स्टाफ को वेतन जारी कर दिया जाएगा
रजिस्ट्रार डॉ. योगराज का कहना है कि मौजूदा समय में वेतन हर मुलाजिम की जरूरत है। फंड के चलते वेतन जारी नहीं किया जा सका। वाइस चांसलर से इस मामले संबंधी बातचीत चल रही है। जल्द यूनिवर्सिटी स्टाफ को वेतन जारी कर दिया जाएगा।