लॉकडाउन में ढाबे-होटल बंद, कामर्शियल गैस सिलेंडरों की खपत 80 फीसद घटी
पटियाला कोरोना संकट के दौरान चार माह में जहां कमर्शियल गैस सिलेंडरों की डिमांड कम हुई है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : कोरोना संकट के दौरान चार माह में जहां कमर्शियल गैस सिलेंडरों की डिमांड कम हुई है। वहीं, घरेलू गैस सिलेंडरों की डिमांड में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि अनलॉक के दौरान कमर्शियल गैस सिलेंडरों की डिमांड बढ़ना धीरे-धीरे शुरू हो चुकी है, पर कोरोना संकट के दौरान गैस एजेंसियों ने कमर्शियल सिलेंडरों की डिलीवरी तक करनी बंद कर दी थी। अनलॉक के दौरान एजेंसी मालिकों ने कुछ सिलेंडरों की सप्लाई शुरू कर दी है।
कमर्शियल गैस सिलेंडरों की 80 फीसद डिमांड हुई कम
कोरोना संकट के दौरान कमर्शियल गैस सिलेंडरों की डिमांड 80 फीसद कम हो चुकी है। डिमांड कम होने का कारण यह बताया जा रहा है कि कोविड-19 के चलते करीब चार महीने कमर्शियल अदारे बिलकुल बंद हो चुके हैं। जिसके चलते कोई भी व्यक्ति कमर्शियल गैस सिलेंडर भरवाने के लिए नहीं आ रहा। वहीं, घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की खपत में 10 फीसद बढ़ावा देखा जा रहा है। इस बढ़ावे का कारण है कि कोरोना संकट के दौरान लगे लॉकडाउन में सभी लोग अपने-अपने घरों में रहे। इस दौरान घरेलू गैस सिलेंडर की ज्यादा खपत हुई। अनलॉक के दौरान गैस सिलेंडर की खपत में बढ़ोतरी होने के आसार
ऑल इंडिया एलपीजी फेडरेशन के कन्वीनर गुरप्रीत बराड़ ने कहा कि कोरोना संकट के चलते चार माह तो कमर्शियल एलपीजी की खपत हद से ज्यादा कम हो चुकी थी। फैक्ट्रियां व विभिन्न कमर्शियल अदारे बंद हो चुके थे। जिस कारण खपत घट गई थी। अब अनलॉक के दौरान कुछ खपत होना शुरू हो गई है। वहीं, रसोई गैस सिलेंडरों की खपत 10 फीसद तक बढ़ गई है। इसमें भी धीरे-धीरे बढ़ोतरी होना शुरू हो चुकी है। गुरप्रीत बराड़ ने कहा कि गैस सिलेंडरों की सप्लाई में कोई बाधा नहीं आ रही। सिलेंडर लेने के लिए अप्लाई करने के दूसरे व तीसरे दिन संबंधित व्यक्ति के घर सिलेंडर पहुंच जाता है।