विभाग के पास तीन हजार पीपीई किटें मौजूद
पटियाला स्वास्थ्य विभाग के पास कोरोना वायरस के पीड़ित मरीजों के इलाज के समय अटेंडेंट द्वारा पहनी जाने वाली पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई) किट्स तीन हजार मौजूद हैं।
जागरण संवाददाता, पटियाला : स्वास्थ्य विभाग के पास कोरोना वायरस के पीड़ित मरीजों के इलाज के समय अटेंडेंट द्वारा पहनी जाने वाली पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई) किट्स तीन हजार मौजूद हैं। ये किट्स सेहत विभाग सहित राजिदरा अस्पताल के पास हैं। राजिदरा अस्पताल में उपचाराधीन पटियाला व बरनाला के दो पॉजिटिव मरीजों के इलाज के दौरान रोजाना 15 किट्स का इस्तेमाल हो रहा है। इसके अलावा अस्पताल के पास अब मास्क व ग्लव्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
हालांकि अस्पताल में मौजूद किट्स पर राजिदरा अस्पताल की ही जूनियर नर्सो ने असुरक्षित होने का सवाल उठाया है। उनका कहना है कि उक्त किट शरीर को पूरी तरह से ढकती नहीं और उनको संक्रमित होने का डर बना रहता है। वहीं, उन्होंने मास्क व ग्लव्स भी उचित मात्रा में नहीं मिलने का मुद्दा उठाकर अस्पताल के एमएस आफिस के बाहर रोष प्रदर्शन भी किया था। अब नर्सिग स्टाफ एसोसिएशन की प्रधान कमरजीत कौर औलख ने कहा है कि उनको हर तरह की सहूलियत मिल रही है।
हर रोज बदलनी पड़ती है किट
अस्पताल में मौजूद कोरोना वायरस के पॉजिटिव दो मरीजों (एक पटियाला का तो दूसरा बरनाला का है) के कारण सफाई सेवक, नर्सिंग स्टाफ व जूनियर डॉक्टर मरीज का हालचाल जानने के अलावा उनकी जरूरत पड़ने पर ब्लड सैंपलिग करने के लिए जाने वाले डॉक्टर वार्ड में आते जाते हैं। वो वार्ड में किट डालकर जाते हैं। ऐसे में रोजाना 15 किट्स इस्तेमाल हो रहीं हैं। अब तो रोज की कसरत भी छूटी
कोरोना वार्डों में ड्यूुटी देने वाले डॉक्टर व बैकअप टीम में रहने वाले डॉक्टर कहते हैं कि उनकी रोजाना की कसरत भी छूट गई है। भले सामान्य दिनों के मुकाबले काम पर अधिक समय लग रहा है, लेकिन वे बिन जरूरत के कोई दवाई नहीं खाते हैं। घर का बना हुआ ताजे खाना सहित फ्रूट पर अधिक ध्यान है। बाहर का खाना वैसे भी नहीं मिल रहा और वे न तो खुद खाते हैं और लोगों को भी बाहरी खाने से परहेज करने की नसीहत देते हैं। शरीर की थकावट दूर करने के लिए सामान्य मेडिसन ले लेते हैं। पर्याप्त है सामग्री : डा. मल्होत्रा
सिविल सर्जन डॉ. हरीश मल्होत्रा ने बताया कि फिलहाल कोरोना वायरस के मरीजों की स्थिति काबू में है। पीपीई किट्स भी उचित मात्रा में मौजूद हैं और मास्क व ग्लव्स भी मौजूद हैं। अब विदेशी लोगों का आना बंद है जिस कारण वायरस पर काबू करने में काफी सहायता मिली है। जरूरत पड़ने पर मेडिकल सामग्री और मंगवा ली जाएंगी।