जिले में डेंगू ने दी दस्तक, 13 मरीज रिपोर्ट
डेंगू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह के जिले में दस्तक दे दी है। अगस्त की शुरुआत से ही जिले में 13 डेंगू के मरीज सामने आ गए हैं।
जागरण संवाददाता, पटियाला :
डेंगू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह के जिले में दस्तक दे दी है। अगस्त की शुरुआत से ही जिले में 13 डेंगू के मरीज सामने आ गए हैं। उक्त 13 मरीजों में से 6 पातड़ां से, 5 पटियाला शहर से, एक राजपुरा से एवं एक शुतराणा से है। उक्त सभी मरीजों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई गई है। सेहत विभाग ने इन सभी मरीजों के घर में स्प्रे सहित फॉ¨गग करवा दी है। इसके अलावा उनके घरों से जहां जहां डेंगू का लारवा होने का शक है वहां की चे¨कग की गई है ।
मुख्यमंत्री शहर से आए 5 मरीज
मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह सहित सेहतमंत्री ब्रह्म मो¨हदरा के अपने शहर में सेहत विभाग व नगर निगम ने कई विभागों की टीमें बनाकर तंदुरुस्त पंजाब मिशन के अधीन चे¨कग की टीमें बनाई हैं। बीते महीने शहर में सेहत विभाग व नगर निगम ने मिलकर उन इलाकों के घरों में जाकर डेंगू के लारवे की चे¨कग की है जहां पर बीते साल डेंगू के केस अधिक आए थे । सिविल सर्जन हरीश मल्होत्रा के मुताबिक पटियाला शहर के अर्बन एस्टेट से एक, एक मार्कल कालोनी, एक प्रेम नगर, एक संत नगर व एक रणजीत नगर से एक डेंगू का मरीज आ गया है। उक्त पांच के अलावा छह मरीज पातड़ां के सिविल अस्पताल से आए हैं, एक राजपुरा के गांव माणकपुर से व एक मरीज शुतराणा से है। उक्त सभी मरीजों के घरों में इनडोर स्प्रे करवाया गया है और उन इलाकों में नगर निगम की टीम फा¨गग कर रही हैं ।
अब तक आए 6267 मरीज, छह की हो चुकी है मौत
सेहत विभाग ने 2011 से डेंगू के मरीजों की संख्या का रिकार्ड रखना शुरु किया है। ऐसे में 2011 से अब तक यानी सात वर्षों में जिले में कुल 6267 डेंगू के मरीज सामने आ हैं और 6 लोगों की मौत हो चुकी है। उक्त मरीजों में से सबसे ज्यादा बीते साल आए थे, जिनकी संख्या 2434 है। इससे पहले वर्ष 2011 में 12 मरीज, वर्ष 2012 में 29 मरीज, वर्ष 2103 में 672, वर्ष 2014 में 22 मरीज, वर्ष 2015 में 1755 मरीज, वर्ष 2016 में 1343 मरीज व 2017 में 2434 मरीज इलाज के लिए जिले के विभन्न सेहत केंद्रों में इलाज के लिए आए थे। डेंगू का सरकारी अस्पतालों में टेस्ट फ्री है: सिविल सर्जन मल्होत्रा सिविल सर्जन डॉ. हरीश मल्होत्रा ने कहा कि अब तक जिले में 13 मरीज सामने आ गए हैं जिनकी हालत ठीक है। डेंगू का टेस्ट सरकारी अस्पतालों में फ्री में किया जाता है । जिले के अस्पतालों में जिनमें रा¨जदरा अस्पताल, माता कौशल्या अस्पताल, कम्यूनिटी हैल्थ सेंटर, प्राइमरी हैल्थ सेंटर में 160 मच्छरदानियां बांटी जा चुकी हैं ताकि मरीजों को उक्त मच्छरदानियों में रखा जा सके। रा¨जदरा अस्पताल में डेंगू वार्ड तैयार
रा¨जदरा अस्पताल में डेंगू वार्ड तैयार है। वार्ड से संबंधित डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल ने डेंगू का वार्ड तैयार कर लिया है, लेकिन अभी वहां पर इतनी अधिक संख्या में मरीज नहीं है कि मरीज वहां पर रखे जाएं। कम संख्या में मरीजों को वार्ड में ही रखा जाता है और मरीज जब ज्यादा हो जाते हैं तो उनको वार्ड में शिफ्ट किया जाता है। वहां पर राउंड द क्लाक डॉक्टर, स्टाफ नर्स व अन्य स्टाफ ड्यूटी पर रहता है।