मणिपुर, असम के सांस्कृतिक नृत्य और सैलानियों ने बढ़ाई क्राफ्ट मेले की रौणक
पटियाला शीश महल में चल रहे क्राफ्ट मेले में बुधवार को असम मणिपुर ओडीशा राजस्थान और उत्तराखंड के लोक नृत्य से कलाकारों और देश-विदेश से आए सैलानियों ने मेले की रौणक बढ़ाई।
जागरण संवाददाता, पटियाला : शीश महल में चल रहे क्राफ्ट मेले में बुधवार को असम, मणिपुर, ओडीशा, राजस्थान और उत्तराखंड के लोक नृत्य से कलाकारों और देश-विदेश से आए सैलानियों ने मेले की रौणक बढ़ाई। उत्तरी क्षेत्र संस्कृति केंद्र की तरफ से जहां देश के अलग-अलग राज्यों के लोक नाचों की रोजाना शाम प्रस्तुति करवाई जा रही हैं, वहीं अलग-अलग राज्यों सहित विदेश से आए शिल्पकारों द्वारा बनाई वस्तुओं को भी लोग काफी पसंद कर रहे हैं और शिल्पकारों की तरफ से बनाईं वस्तुओं की खरीद-फरोख्त की जा रही है। अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर कम-क्राफ्ट मेले के नोडल अफसर डॉ. प्रीति यादव ने बताया की 22 फरवरी से शुरू हुए क्राफ्ट मेले में रोजाना सुबह और शाम के समय अलग-अलग गतिविधियां करवाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि शाम के समय पंजाब पुलिस कल्चरल ट्रूप की तरफ से और अलग -अलग राज्यों से आए कलाकार अपनी-अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं।
क्राफ्ट मेले में पंजाबी संस्कृति को देश-विदेश में प्रफुल्लित करने में योगदान करने वाले कनाडा के इकबाल माहल के कलाकारों और शिल्पकारों को एक बड़ा मंच प्रदान किया है। उन्होंने पंजाब सरकार के इस प्रयास की प्रशंसा की और कहा ऐसे प्रयास अपनी संस्कृति सहित दूसरे सभ्याचारों को नजदीक से जानने के लिए अहम भूमिका निभाते हैं। इस अवसर पर एनजैडसीसी के प्रोग्राम अफसर रविदर शर्मा ने सांस्कृतिक पेशकारी के बारे जानकारी दी। उन्होने बताया कि असम का बरदोशिखला, मणिपुर की काबूयी और थंग टा, ओडीशा का दालखायी, राजस्थान का तेराताली और उत्तराखंड के गासरियों की पेशकारी कर अलग-अलग राज्यों से आए कलाकारों ने लोगों का मन मोह लिया।
दस्तारबंदी में 392 विद्यार्थियों ने लिया भाग
प्रो. गुरबख्शीश सिंह अंटाल ने बताया कि बुधवार को विद्यार्थियों के दस्तारबंदी के मुकाबले भी करवाए गए। जिसमें 392 विद्यार्थियों ने भाग लिया और सिघपुरा स्कूल के विद्यार्थियों ने पंजाबी वर्णमाला और प्रोग्राम पेश किया।