छत पर प्रदर्शन कर रहे कोरोना योद्धाओं की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन ने लगाया जाल
मेडिकल कालेज के अधीन राजिदरा अस्पताल में कोविड मरीजों की देखभाल करने सहित अन्य कार्यों के लिए भर्ती किए प्रदर्शनकारी कोरोना योद्धाओं की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन ने कार पार्किंग के नीचे जाल लगा दिया है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : मेडिकल कालेज के अधीन राजिदरा अस्पताल में कोविड मरीजों की देखभाल करने सहित अन्य कार्यों के लिए भर्ती किए प्रदर्शनकारी कोरोना योद्धाओं की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन ने कार पार्किंग के नीचे जाल लगा दिया है। जाल इसलिए लगाया गया है ताकि वे छत से छलांग लगाते हैं तो उन्हें चोटिल होने से बचाया जा सके। मौजूदा समय में नौकरी से फारिग किए जा चुके 15 से 20 योद्धा राजिदरा अस्पताल की कार पार्किंग की छत पर धरने पर बैठे हुए हैं। उनकी मांग है कि उनको नौकरी पर वापस बुलाया जाए।
कोरोना योद्धा यूनियन के नेताओं में सुनील कुमार व शमशाद अली ने बताया उनकी सात दिसंबर को मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च मंत्री डा. राज कुमार वेरका के साथ मीटिग तय हुई है। इस कारण उन्होंने पटियाला-संगरूर रोड पर लगाया जाम हटा लिया है, परंतु राजिदरा अस्पताल के गेट पर चल रहा धरना सहित कार पार्किंग की छत पर प्रदर्शनकारी बैठे हुए हैं। उनकी सुरक्षा के लिए अब जिला प्रशासन ने जाल लगा दिया है।
गौर हो कि राजिदरा अस्पताल के कोरोना वार्डों में ड्यूटी करने वाले करीब 670 कर्मियों को 30 सितंबर को नौकरी से फारिग कर दिया गया है। तब से लेकर अब तक वे राजिदरा अस्पताल में नौकरी की बहाली को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। दो दिन तक उन्होंने पटियाला-संगरूर रोड पर जाम लगाया था। शनिवार को पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ते हुए करीब दो दर्जन प्रदर्शकारियों को हिरासत में ले लिया था। प्रदर्शन का सिलसिला नहीं थमा और शाम को किसान संगठनों ने उनका समर्थन करते हुए फिर से संगरूर रोड पर जम लगा दिया। रात को पुलिस ने हिरासत में लिए योद्धाओं को छोड़ दिया। फिलहाल पुलिस ने छह लोगों पर केस दर्ज किया है। खदेड़ने के दौरान नर्सिंग स्टाफ सहित दर्जा चार कर्मचारियों की पुलिस के साथ धक्कामुक्की भी हुई तो कुछ महिला नर्सिंग स्टाफ की तबीयत बिगड़ी और उनको राजिदरा अस्पताल में दाखिल करवाया गया। अब उनकी हालत ठीक है। कर्मजीत औलख व साथी ने लगाई थी छत से छलांग
पूर्व कांट्रैक्ट यूनियन की प्रधान कर्मजीत कौर औलख सहित बलजीत कौर खालसा ने वर्ष 2018 में कांट्रैक्ट की नौकरी से पक्का होने की मांग को लेकर राजिदरा अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट की इमारत की छत पर चढ़कर काफी दिन तक प्रदर्शन किया था। बाद में दोनों ने 28 फरवरी 2018 को छत से नीचे छलांग लगा दी थी। उस वक्त दोनों ही घायल हो गईं थीं और सरकार ने करीब 300 कांट्रैक्ट नर्सों को पक्का कर दिया था।