Hongkong Court का आदेश- पंजाब पुलिस को सौंपा जाए Nabha jail break का साजिशकर्ता रोमी
हांगकांग की अदालत ने नाभा जेल ब्रेक के साजिशकर्ता रमनजीत सिंह रोमी को पंजाब पुलिस को सौंपने के आदेश जारी किए हैं।
पटियाला [प्रेम वर्मा]। नाभा जेल ब्रेक के साजिशकर्ता रमनजीत सिंह रोमी को हांगकांग से भारत लाया जाएगा। हांगकांग की अदालत ने उसे पंजाब पुलिस को सौंपने के आदेश जारी किए। पंजाब पुलिस के एआइजी गुरमीत सिंह चौहान व नोडल अधिकारी एसपी हरविंदर सिंह विर्क की ओर से पेश किए सुबूतों पर जज से सहमति जताई। रोमी को हिरासत में लेने के लिए पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने 1200 पेज का पुलिंदा तैयार किया था।
हांगकांग पुलिस ने फरवरी 2018 में रोमी को गिरफ्तार किया था। उसे भारत लाने के लिए लगातार कोशिश की जा रही थी। केस सुनवाई के दौरान एसपी विर्क कई बार हांगकांग कोर्ट में पेश हुए। उन्होंने नाभा जेल ब्रेक से लेकर आतंकवादियों के संपर्क में रहने के सभी सुबूत अदालत में पेश किए।
9.23 लाख रुपये की फंडिंग की थी रोमी ने
रोमी ने पंजाब के गैंगस्टरों को जेल ब्रेक से पहले 7.83 लाख रुपये और बाद में 1.40 रुपये की फंडिंग की थी। उसने कुल 9.23 लाख रुपये भेजे। पहली फंडिंग पांच सितंबर और 16 नवंबर, 2016 के बीच हुई थी। दूसरी फंङ्क्षडग 12 मार्च से 19 मई, 2017 के बीच हुई। पंजाब पुलिस ने दावा किया था कि रोमी ने पहली बार पैसा जेल ब्रेक में मदद के लिए दिया और दूसरी बार गैंगस्टरों के खाने-पीने और रहने के लिए।
रोमी ने जेल में ही रची थी साजिश
रोमी को जून 2016 में 27 डेबिट और क्रेडिट कार्ड सहित पटियाला पुलिस ने गिरफ्तार किया था। रोमी इन कार्डों के जरिये लोगों से पैसा ठगने के बाद इसे दिल्ली की एक संस्था के खाते में डालना चाहता था। गिरफ्तारी के बाद उसे नाभा स्थित मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल में रखा गया। जेल में उसकी मुलाकात गैंगस्टर विक्की गौंडर, नीटा देयोल, अमन ढोटिया, गुरप्रीत सेखों, आतंकी हरमिंदर सिंह मिंटू और बाबा कश्मीर सिंह से हुई थी। जेल में ही नाभा जेल ब्रेक की साजिश रची गई और फंडिंग का जिम्मा रोमी ने लिया।
जुलाई में मिली जमानत, नवंबर में जेल ब्रेक
जुलाई 2016 को रोमी को जमानत मिल गई। पुलिस कस्टडी से पासपोर्ट छुड़ाने के बाद वह हांगकांग फरार हो गया। 27 नवंबर, 2016 को 14 हथियारबंद बदमाशों ने नाभा जेल पर हमला किया था और चार गैंगस्टर सहित दो आतंकी फरार हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में 29 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनसे पूछताछ में रोमी का नाम सामने आया था।
20 दिन में ले आएंगे भारत: विर्क
एसपी हरविंदर सिंह विर्क का कहना है कि इन सभी केसों को लेकर डीजीपी पंजाब ने उन्हें नोडल अफसर नियुक्त किया है। हांगकांग की अदालत में पेश होकर उन्होंने रोमी के खिलाफ कई सुबूत पेश किए। रोमी को भारत लाकर और भी कई मामलों में पूछताछ होगी। कानूनी प्रक्रिया व दस्तावेज पूरे करने में करीब 20 दिन लग जाएंगे।
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