कांग्रेस वर्कर ने समझौते के लिए अकाली वर्कर को थाने बुलाकर पीटा
थाना सनौर में कांग्रेसी ब्लॉक समिति मेंबर द्वारा अकाली वर्कर की मारपीट करने का मामला सामने आया है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : थाना सनौर में कांग्रेसी ब्लॉक समिति मेंबर द्वारा अकाली वर्कर की मारपीट करने का मामला सामने आया है। पीड़ित का आरोप है कि उसे पुराने मामले का समझौता करवाने के लिए पुलिस द्वारा जबरदस्ती थाने लाया गया और वहां कांग्रेसी ब्लॉक समिति मेंबर के साथ सनौर पुलिस के कुछ कर्मचारियों ने भी अकाली वर्कर के साथ मारपीट की। मारपीट दौरान जहां उसके चेहरे पर हमला किया गया है वहीं उसके कान में भी अंदरूनी चोट आई। पीड़ित सुखविदर सिंह फिलहाल सरकारी राजिदरा अस्पताल में दाखिल है, जबकि थाना पुलिस ने उक्त आरोपों को नकार दिया है।
नौरंगवाल निवासी अकाली वर्कर सुखविदर सिंह ने बताया कि सरपंची चुनाव से ब्लाक समिति मेंबर और कांग्रेस वर्कर करनवीर सिंह के साथ रंजिश चल रही है। इसके तहत शनिवार रात भी आरोपितों ने उसकी दुकान पर आकर उसके बेटे के साथ मारपीट की और उसकी सोने की चेन छीन ली। जिसकी शिकायत उन्होंने थाना सनौर में की थी। सुखविदर सिंह अनुसार इसी के तहत रविवार रात बिना वर्दी में दो पुलिस मुलाजिम उनके गांव आए और मामले संबंधी जांच करने संबंधी बात कहकर उन्हें साथ ले गए। पीड़ित अनुसार जब वो थाने में पहुंचा तो ब्लॉक समिति मेंबर करनवीर सिंह भी वहीं बैठा था। आरोप है कि पुलिस की तरफ से समझौता करने का दबाव बनाया गया, न मानने पर मौके पर मौजूद पुलिस मुलाजिमों और ब्लॉक समिति मेंबर की तरफ से उसकी बुरी तरह मारपीट की गई। इस दौरान करनवीर ने अपने रिवालर के बट्ट के साथ उसके मुंह पर भी हमला किया। मारपीट के बाद पुलिस ने खुद उसके घर फोन करके उसे थाना से लेकर जाने के लिए कहा। सुखविदर ने बताया कि उसके बेटे का दोस्त सुखविदर सिंह थाना आया और उसको इलाज के लिए अस्पताल लेकर गया।
पुलिस पर कार्रवाई न करने के आरोप
राजिदरा अस्पताल में उपचाराधीन सुखिवंदर सिंह ने सनौर पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो रात से अस्पताल में दाखिल हैं, लेकिन कोई भी पुलिस कर्मचारी उनके पास उनके बयान दर्ज करने नहीं पहुंचा। उन्होंने कहा कि आरोपित करनवीर सिंह कांग्रेसी नेता हैं और इसके चलते पुलिस भी उन्हें सपोर्ट कर रही है।
कोट्स
थाने के बाहर हुआ झगड़ा : एसएचओ
थाना सनौर के एसएचओ जतिदर पाल सिंह ने बताया कि सुखविदर सिंह और एक अन्य पक्ष का कोई झगड़ा था, जिसको लेकर बीते दिन दोनों गुटों थाने आए थे। दोनों गुटों में झगड़ा थाने के बाहर हुआ है। उन्होंने कहा कि न तो झगड़ा थाने में हुआ है और न ही झगड़े मौके कोई पुलिस मुलाजिम मौजूद था।
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मामले संबंधी जानकारी नहीं, आरोप झूठे: करनवीर
दूसरी ओर ब्लॉक समिति मेंबर करनवीर सिंह का कहना है कि इस बारे उनको कोई जानकारी ही नहीं है, एक दो दिन पहले किसी लड़के के साथ कहा सुनी हुई थी और वह मामला हल हो गया था। सुखविदर सिंह द्वारा उन पर लगाए जा रहे आरोप झूठे हैं और अब वाले मामले संबंधी उन्हें कोई नहीं है।