पटियाला में पकड़ी गई अवैध शराब फैक्टरी का किंगपिन कांग्रेस कार्यकर्ता गिरफ्तार
पटियाला के राजपुरा में अवैध फैक्टरी के मामले में पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ता दीपेश को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि वह विधायक हरदयाल कंबोज का नजदीकी है।
जेएनएन, पटियाला। राजपुरा के शंभू थाना इलाके में पकड़ी गई अवैध शराब फैक्टरी के मामले में पुलिस ने किंगपिन दीपेश को गिरफ्तार कर लिया है। दीपेश कांग्रेस का वर्कर है, जो राजपुरा के कांग्रेस विधायक हरदयाल कंबोज की रैलियों में अक्सर उनके आसपास रहता था। वह विधायक कंबोज का नजदीकी माना जाता है। डीएसपी घनौर मनप्रीत सिंंह ने पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपित को अदालत में पेश कर 29 मई तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है। इससे पहले पुलिस ने आरोपित अमित कुमार को गिरफ्तार किया था, जो इस समय ज्यूडिशियल रिमांड पर है। अभी इस मामले में कांग्रेस सरपंच अमरीक सिंह सहित करीब चार लोग फरार हैं, जिन्हें गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी चल रही है।
राजपुरा पुलिस ने अगस्त 2019 को भोगला-सैदखेड़ी रोड पर छापामारी कर एक शैलर से 315 पेटी शराब, गोदाम में खड़ी बिना नंबर खड़ी कारों में से 777 पाउच व पंजाब मार्का शराब की बोतलें बरामद की थीं। इसके अलावा बड़ी संख्या में केमिकल के खाली ड्रम, शराब के अलग-अलग मार्का के उत्तरांचल और गोवा के लेवल और होलोग्राम बरामद किए गए थे। मौके से दो लोग गिरफ्तार किए गए थे। शैलर दीपेश कुमार के नाम पर था। हालांकि दीपेश ने कहा था कि यह शैलर घाटा होने पर उसने बंद कर दिया था। बाद में उसने यह शैलर किराये पर दे दिया था, जिस वजह से वह बच गया था। तब उस पर विरोधी राजनीतिक पार्टियों ने आरोप लगाए थे कि सत्ताधारी पार्टी से जुड़ा होने की वजह से इसका नाम केस से बाहर करवाया गया।
दोनों जगहों का सेटअप एक जैसा
शंभू थाना इलाके में पुलिस ने बरामद किए शराब के ड्रम व शराब बनाने वाली मशीन के सेटअप की जांच की। पूरा सेटअप एक साल पहले भोगला रोड पर मिली नकली शराब फैक्टरी जैसा ही है। इससे पुलिस ने आशंका जताई कि दोनों ही नकली शराब फैक्ट्रियों को चलाने में एक ही व्यक्ति का हाथ है। फिलहाल दीपेश से रिमांड के दौरान पुलिस इस पहलू पर भी पूछताछ करेगी।
दीपेश भाजपा समर्थक, मैं कभी निजी तौर पर नहीं मिला : कंबोज
नकली शराब फैक्टरी मामले में आरोपित दीपेश की गिरफ्तारी के बाद उसका संपर्क राजपुरा से कांग्रेस विधायक हरदयाल कंबोज से होने की चर्चा जब छिड़ी तो कंबोज ने इसे सिरे से निराधार बताया। दीपेश को भाजपा समर्थक बताते हुए कंबोज ने कहा कि दीपेश न तो कभी उनका समर्थक रहा है और न ही कभी वोटर। इसके साथ ही जो फोटो दिखाई जा रही है, वह किसी रैली या जनसभा की नहीं, बल्कि किसी निजी समागम की है। कंबोज ने दीपेश के साथ किसी प्रकार की जान-पहचान की बात को नकार दिया और कहा कि अगर किसी ने कानून तोड़ा है तो उसके खिलाफ बनती कानूनी कार्रवाई अवश्य होनी चाहिए। कांग्रेस असामाजिक तत्वों से हमेशा ही दूर रही है।