नाभा जेल ब्रेक में 23 आरोपियों पर चार्ज फ्रेम
जागरण संवाददाता, पटियाला नाभा की मेक्सिमम जेल ब्रेक के मामले में वीरवार को अदालत ने 23 आरो
जागरण संवाददाता, पटियाला
नाभा की मेक्सिमम जेल ब्रेक के मामले में वीरवार को अदालत ने 23 आरोपियों पर चार्ज फ्रेम कर दिया है। अतिरिक्त सेशन जज मोहम्मद गुलजार की अदालत में आज सभी आरोपियों को पुलिस ने पेश किया, जहां अदालत ने चार्ज फ्रेम करते हुए मामले की अगली सुनवाई 27 जुलाई तय की है ।
पुलिस ने आज अदालत में इस मामले में आरोपी हर¨मदर ¨सह ¨मटू, पल¨वदर ¨सह ¨पदा, बिक्कर ¨सह, जगतवीर ¨सह, भीम ¨सह, जगमीत ¨सह, ते¨जदर शर्मा, चरनजीत ¨सह, हरजोत ¨सह, रणजीत ¨सह, नरेश नारंग, संजीव कालड़ा, मोहम्मद आसीम, गुरप्रीत ¨सह मांगेवाल, कुलप्रीत ¨सह उर्फ नीटा दयोल सहित 23 लोगों को सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच पेश किया। अदालत ने बचाव पक्ष सहित सरकारी वकीलों की दलीलें सुनी और 23 लोगों पर चार्ज फ्रेम करते हुए मामले की अगली सुनवाई 27 जुलाई तय कर दी है। पुलिस ने इससे केस में 15 लोगों के खिलाफ पहले चालान पेश कर दिया था, जबकि आज पुलिस ने आठ अन्य आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चालान पेश किया है। उक्त चालान के बाद अदालत ने आज अपना फैसला सुनाया है।
बीते साल 27 नवंबर को हुई जेल ब्रेक
27 नवंबर 2016 को आठ से 10 लोग पुलिस की वर्दी में नाभा की मेक्सिमम सिक्योरिटी जेल में आए थे और पांच गैंगस्टरों सहित एक आंतकवादी को छुड़वा कर ले गए थे। आरोपी पंजाब पुलिस की वर्दी में चार गाड़ियों (फार्च्यूनर, वरना, आई-20 व स्कार्पियो) में आए थे। वे अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे और उन्होंने 30-35 हवाई फायर किए थे। इस दौरान वे खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स के मुखी हर¨मदर ¨सह ¨मटू, खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स के सदस्य कश्मीर ¨सह के अलावा हर¨जदर ¨सह उर्फ विक्की गौंडर, अमनदीप ¨सह उर्फ अमन ढोटिया उर्फ भूरा, कुलप्रीत ¨सह उर्फ नीटा दियोल व गुरप्रीत ¨सह सेंखों को भगाकर ले गए थे ।
ऐसे हुई थी घटना
नाभा में थूही रोड स्थित मेक्सिमम सिक्योरिटी जेल के बाहर सुबह करीब पौने नौ बजे एक सफेद रंग की वरना व फार्च्यूनर गाड़ी आकर रुकी। उसमें एक एसआइ, एक एएसआइ सहित 5-6 हमलावर पुलिस की वर्दी में आए। उनके साथ सिविल ड्रेस में एक व्यक्ति था, जिसे उन्होंने हथकड़ी लगाई हुई थी। पुलिस वालों ने जेल के संतरी को कहा कि वे कैदी को छोड़ने आए हैं तो संतरी ने गेट खोल दिया। उसके बाद वे जेल के भीतर ड्योढ़ी पर चले गए तो वहां पर उनकी संतरी जगमीत ¨सह के साथ बहस व हाथापाई हुई। आरोपियों ने उसे घायल करते हुए गेट की चाबियां छीन लीं। उसके बाद ड्योढ़ी के गेट के पास पहले से ही तैयार खड़े जेल में बंद छह आरोपियों को हमलावर लेकर बाहर आ गए। इस दौरान हमलावर भीतर से गोलियां चलाते आए थे और वे एक सुरक्षा कर्मचारी की एसएलआर भी छीनकर ले आए थे, जो बाद में जेल के नजदीक मिल गई थी।