दो घरों को मुआवजा, पेड़ काटने की मंजूरी सहित शुरू होगा कैनाल बेस्ड वाटर ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट
पटियाला स्वच्छ पेयजल के लिए कैनाल बेस्ड वाटर ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट के लिए बैठक में इलाकावासी अपनी सहमति दे चुके हैं।
जागरण संवाददाता, पटियाला : स्वच्छ पेयजल के लिए कैनाल बेस्ड वाटर ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट के लिए बैठक में इलाकावासी अपनी सहमति दे चुके हैं। गांव अबलोवाल में अधिग्रहीत की जा रही जमीन पर बने दो घरों को मुआवजा देने और जमीन पर लगे पेड़ों को काटने के लिए जंगलात विभाग को लिखा गया है। खेतीबाड़ी की इस जमीन पर केवल दो घर बने हुए हैं और घरों के मालिक मुआवजा लेकर जमीन देने को तैयार हैं। पब्लिक एतराज के लिए 30 जनवरी अंतिम तारीख थी, के चलते प्रोजेक्ट में कोई रूकावट न आए इसलिए एस़डीएम चरणजीत सिंह ने एक बार फिर गांव वालों को बात करने के लिए बुलाया था। संसदीय चुनावों में दैनिक जागरण ने नागरिकों के मांगपत्र में साफ पानी की जरूरत को प्रमुखता से उठाया था और सांसद परनीत कौर ने कैनाल बेस्ड वाटर प्रोजेक्ट को जल्द पूरा करने की घोषणा की। उनके प्रयासों से ही पंजाब सरकार अब इस प्रोजेक्ट पर होने वाले खर्च के लिए बैंक लोन पर निर्भर न रह कर अपने बजट से पैसा खर्च कर रही है।
प्रोजेक्ट की लागत कम करने और काम को जल्द पूरा करने के लिए एशियन बैंक से लोन न लेकर सरकार खुद फंड मुहैया करा रही है। सरकार वर्ल्ड एशियन बैंक से 550 करोड़ कर्ज ले रही थी, परंतु प्रोजेक्ट की लागत कम करने और समय बचाने के लिए अब अपने फंडों से काम पूरा होगा। गांव अबलोवाल की 44 एकड़ जमीन प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रहित की जा रही है। वाटर सीवरेज बोर्ड की एक्सईएन लता चौहान ने बताया कि 44 एकड़ जमीन पर 115 मीलियन लीटर रोजाना पानी शुद्ध करने का प्लांट लगाया जाएगा। 300 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन से शहर को स्वच्छ पानी दिया जाएगा। प्रोजेक्ट में 12 वाटर टैंक और 16 अंडरग्राउंड रिजरवायर बनाए जाएंगे।
अगले 30 सालों को ध्यान में रख बनाया जा रहा प्रोजेक्ट
2051 को ध्यान में रख कर लगाए जा रहे प्रोजेक्ट के पहला चरण अबलोवाल गांव में तैयार होगा। गांव वालों ने प्रोजेक्ट पर सहमति देते हुए कोई एतराज नहीं किया। पब्लिक एतराज न होने से जिला प्रशासन ने भी काम तेजी से शुरू कर दिया।
भूमिगत पानी के दूषित होने के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने मार्च 2017 को नहरी पानी प्रोजेक्ट की घोषणा करते हुए फंड जारी किये थे। प्रोजेक्ट को लेकर नगर निगम ने शहर का सर्वे किया और एक लाख पानी के कनेक्शन की जरूरत बताया। प्रोजेक्ट में सबसे बड़ी बाधा जमीन अधिग्रहण करना था। तय समयसीमा तक किसी भूमि मालिक ने एतराज न कर प्रोजेक्ट को प्रोत्साहित किया है। सांसद परनीत कौर पटियाला के इस प्रोजेक्ट को लेकर संजीदा हैं। उन्होंने जल्द से जल्द प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने को कहा है।
संबंधित विभागों को लिखा पत्र
30 जनवरी तक एतराज मांगे गए थे गांव से कोई एतराज नहीं आया। इसके बाद चार फरवरी को एक बार फिर फाइनल कॉल के लिए इलाका निवासियों को आमंत्रित किया था। लोगों ने जमीन अधिग्रहण के लिए सहमति दी है। सारी जमीन खेतीबाड़ी की है और दो घर इसमें बने हुए हैं। जिसके मुआवजे के लिए रिपोर्ट भेज दी है। वहीं, जमीन में लगे पेड़ों को काटने के लिए जंगलात विभाग को लिखा गया है। एतराज न होने से काम जल्द पूरा होगा।
..चरणजीत सिंह. एसडीएम पटियाला
जमीन एक्वायर करने के लिए नोटिस जारी कराने पर ध्यान दिया जा रहा है। अधिक से अधिक 40 दिन का समय लग सकता है, कोशिश की जाएगी कि कम समय लगे।। प्रोजेक्ट की टेंडरिग प्रक्रिया पहले ही शुरू की जा चुकी है।
..पूनमदीप कौर, कमिश्नर नगर निगम