रक्तदान का मतलब किसी की जान बचाना : सुखदेव
बनूड़ (पटियाला) धर्म तोड़ता नहीं जोड़ता है। हर धर्म का उद्देश्य मानवता की भलाई ही रहा है।
जेएनएन, बनूड़ (पटियाला) : धर्म तोड़ता नहीं जोड़ता है। हर धर्म का उद्देश्य मानवता की भलाई ही रहा है। जिस तरह रक्त का रंग हमेशा लाल ही रहता है। उसी तरह धर्म कोई भी हो मकसद केवल मानवता की भलाई ही रहता है। हॉस्पिटल में जिदगी के लिए मौत से जंग लड़ रहे मरीज को रक्त की आवश्यकता के दौरान यह नहीं देखा जाता कि रक्त किस मजहब के व्यक्ति से मिला है। मकसद केवल मरीज की जान बचाना रहता है। इसलिए हमें रक्तदान शिवर में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। यह विचार संत निरंकारी मिशन के बनूड़ प्रभारी सुखदेव सिंह ने प्रगट किए। बनूड़ के संत निरंकारी सत्संग भवन में लगाए गए दूसरे रक्तदान शिवर के दौरान पीजीआइ चंडीगढ से डॉ. अनीता की अगुआई में 200 रक्तदानियों ने भाग लिया। कैंप का उद्घाटन मिशन के चंडीगढ जोनल के इंचार्ज केके कश्यप ने किया। रक्तदानियों को रिफ्रेशमेंट के तौर पर दूध, केला, छोले-भटूरे व गुलाब जामुन दिए गए। कैंप सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक लगाया गया।