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भाजपा वर्करों को भय, बाहरी नेता को पटियाला में न उतार दे हाईकमान

पटियाला भारतीय जनता पार्टी के अकाली दल से अलग होने के बाद पटियाला की आठ सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारियां शुरु हो गईं हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 12:42 AM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 12:42 AM (IST)
भाजपा वर्करों को भय, बाहरी नेता को पटियाला में न उतार दे हाईकमान
भाजपा वर्करों को भय, बाहरी नेता को पटियाला में न उतार दे हाईकमान

जागरण संवाददाता, पटियाला : भारतीय जनता पार्टी के अकाली दल से अलग होने के बाद पटियाला की आठ सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारियां शुरु हो गईं हैं। इस बाबत मंगलवार को जिला शहरी के अधीन पटियाला एक व पटियाला दो हलके के लिए जिला के कुछ नेताओं के नाम सुझाए गए हैं ताकि वे आने वाले समय में अपनी गतिविधियां वहां पर बढ़ाएं। साथ ही सभी नेताओं को चेताया भी गया है कि वे आपस में मिलकर चलें, नहीं तो पार्टी हाईकमान स्थानीय नेता को टिकट देने के बजाय किसी बाहरी नेता को टिकट दे सकती है। जिला शहरी प्रधान हरिदर कोहली की देखरेख में हुई कोर कमेटी की मीटिग में भाजपा के सीनियर नेता शामिल हुए।

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मीटिग में हरिदर कोहली सहित अन्य सीनियर नेताओं ने एक दूसरे को साफ तौर पर आगाह किया है कि अब स्थिति पहले जैसी नहीं है, क्योंकि अब सारा दारोमदार भाजपा तके अपने वर्करों पर है। इससे पहले कुछ नेता व वर्कर दबी जुबान में एक दूसरे की खिलाफत करते थे, लेकिन अब वो समय नहीं है। सभी नेता एक सुर में कहते नजर आए कि अगर अब वे साथ नहीं हुए तो हाईकमांड बाहर से किसी भी नेता को उतार सकती है। ऐसे में स्थानीय स्तर पर पटियाला-एक व दो से चुनाव लड़ने के इचछुक नेताओं पर विचार विमर्ष किया गया। इस दौरान नेताओं ने एक दूसरे को दोनों को हलकों से तैयारी करने के लिए कहा। नेताओं को पार्टी के वोट बैंक, कम्यूनिटी सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर के अलावा आगामी डेढ़ साल में किए जाने वाले कार्य भी पार्टी को मजबूत करेंगे। मीटिग में कुछ नेताओं ने खुद अपने नाम भी सुझाएं है कि वे पटियाला के किस हलके से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। अकाली दल में गए नेता पर भी उठे सवाल

आज भाजपा के एसी वर्ग से संबंधित नेता भूमक के अकाली दल में जाने पर कई तरह के सवाल उठे, कि इस मसय उनको अकाली दल में क्यों जानो दिया गया। अगर पार्टी के कुछ नेता उसे संपर्क करके रखते और वहां जाने के बजाय रोक लेते तो उससे पार्टी को नुकसान नहीं होना था। इसके लिए यह भी कहा गया कि उक्त नेता को पार्टी ने एससी विग का प्रधान बनाया था तो स्थानीय स्तर पर इसे पद से क्यों हटा दिया। इसी कारण वो अकाली दल में शामिल हुआ है। इन जैसी बातों का भविष्य में ध्यान रखने की जरूरत है। आज की बैठक में प्रदेश प्रवक्ता भूपेश अग्रवाल, गुरजीत कोहली, राजकुमार पाठी, एसके देव, सीमा शर्मा, सुखदिदर नौलखा, अरुण गुप्ता, बलवंत राय, जगदीप सोढी के अलावा महामंत्री वरुण गोयल के साथ बलविदर सिंह मौजूद रहे।

(सुरेश कामरा)


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