बहस के बाद सिक्योरिटी गार्ड ने डिप्टी मैनेजर को मारी गोली
जागरण संवाददाता समाना पटियाला। थाना सिटी समाना इलाके में आते तहसील रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया के सिक्योरिटी गार्ड ने मंगलवार को डिप्टी मैनेजर को गोली मार दी।
जागरण संवाददाता, समाना, पटियाला : थाना सिटी समाना इलाके में आते तहसील रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया के सिक्योरिटी गार्ड ने मंगलवार को डिप्टी मैनेजर को गोली मार दी। बाजू में गोली लगने के कारण डिप्टी मैनेजर लहूलुहान हो गया, जिसके बाद बैंक में हड़कंप मच गया। दोपहर करीब तीन बजे हुई घटना के बाद गार्ड ने बैंक से भागने की कोशिश भी नहीं की, जिस वजह से स्टाफ ने मैनेजर को अस्पताल पहुंचाने के बाद तुरंत पुलिस को शिकायत कर दी।
गार्ड ने एफडी पर 15 दिन का ब्याज मांगा तो डिप्टी मैनेजर ने इन्कार कर दिया, जिस पर गार्ड ने गोली मार दी। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर .12 बोर की बंदूक कब्जे में लेते हुए आरोपित बैंक गार्ड को हिरासत में ले लिया। घायल डिप्टी मैनेजर योगेश सूद को बाद में समाना से पटियाला के राजिदरा अस्पताल में रैफर कर दिया। वहीं, बैंक के सिक्योरिटी गार्ड निर्मल सिंह के खिलाफ केस दर्ज करते हुए उसे हिरासत में लिया है। मौके पर पहुंचे सिटी समाना के एसएचओ परमजीत व पुलिस पार्टी ने घटनास्थल की फोटोग्राफी करते हुए बैंक के स्टाफ के बयान दर्ज कर लिए हैं।
डिप्टी मैनेजर के कहने पर बैंक में करवाई थी 15 दिन की एफडी
निर्मल सिंह बैंक ऑफ इंडिया में सिक्योरिटी गार्ड है। उसने डिप्टी मैनेजर के कहने पर बैंक में 15 दिन की एफडी करवाई थी। एफडी की मियाद पूरी होने पर उसने रुपये वापस मांगे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से डिप्टी मैनेजर यह एफडी ब्याज सहित गार्ड को नहीं दे पा रहा था। वहीं, गार्ड की ड्यूटी भी बदल गई, जिस वजह से मंगलवार को बैंक गार्ड व डिप्टी मैनेजर योगेश सूद के बीच बहस हो गई। बहस के बाद गुस्से में आए गार्ड निर्मल सिंह ने डिप्टी मैनेजर योगेश सूद को अपनी लाईसेंसी .12 बोर की बंदूक से गोली मार दी। यह गोली डिप्टी मैनेजर योगेश सूद के बाजू पर लगी, जिस वजह से वह लहूलूहान होकर गिर गए।
15 दिन की एफडी का नियम होता है: गौतम
बैंक इंप्लाइज यूनियन के पदाधिकारी एसके गौतम कहते हैं कि बैंक में 15 दिन की एफडी करवाने का भी नियम है, जिस पर ब्याज मिलता है। मियाद पूरी होने पर नियमों के अनुसार ब्याज सहित एफडी मेच्योर होती है।
कोट्स
केस की पड़ताल की जा रही है। जख्मी के बयान ले रहे हैं, लेकिन अभी तो उन्हें भी कुछ समझ नहीं आ रहा है। पूरी पड़ताल होने के बाद ही कुछ कह सकेंगे कि घटना क्यों हुई।
जसवंत सिंह मांगट, डीएसपी समाना
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