एएसआइ ने साथियों के साथ मिलकर सिविल इंजीनियर को किडनैप कर 15 लाख लूटे
थाना बनूर इलाके में आते जीरकपुर रोड पर एक सिविल इंजीनियर का अपहरण कर 15 लाख की लूट की गई।
जागरण संवाददाता पटियाला : थाना बनूर इलाके में आते जीरकपुर रोड पर एक सिविल इंजीनियर का अपहरण कर 15 लाख की लूट की गई। वारदात को चंडीगढ़ में तैनात एक एएसआइ ने 10 साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया। पीड़ित को नशे के मामले में फंसाने की धमकी देकर उससे नगदी के अलावा गहने और एटीएम लूट लिया गया। वारदात में शामिल तीन लोगों की अभी तक पहचान हो पाई है। घटना जनवरी 2019 की है। मोहाली एसपी डी हरमीत सिंह हुंदल ने जांच के बाद आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
ये है पूरा मामला
विक्रम दलाल निवासी सेक्टर 6 हुड्डा हंसी जिला हिसार हरियाणा ने बताया कि वह नेशनल हाईवे पर होने वाले निर्माण कार्य का ठेका लेने वाली कंपनियों के लिए बतौर सिविल इंजीनियर काम करता है। 20 जनवरी को आरोपितों ने जीरकपुर रोड पर उसे बिजली निगम के ऑफिस के बाहर से कार में अगवा कर लिया। कार में फकीर चंद पुलिस वर्दी में था। चंडीगढ़ का नेता होने का दावा कर आरोपित जबरन कार में डालकर ले गया। इस दौरान नशे और हथियार तस्करी करने के मामले में फंसाने की धमकी दी। विक्रम ने खुद को बचाने का रास्ता पूछा तो आरोपितों ने जबरन उससे तीन खाली स्टांप पेपर पर और तीन चेक पर साइन करवा लिए। इसके बाद 7 लाख 96 हजार कैश, सोने की चैन, अंगूठी और कड़ा भी ले लिए। आरोपित जाते-जाते गाड़ी की सेल डीड और एटीएम कार्ड भी ले लिए। दो दिन बाद आरोपित ने एटीएम कार्ड से 73 हजार और चेक से 1 लाख 80 हजार रुपये निकाले। यही नहीं आरोपितों ने अपनी कार में करीब 19000 का पेट्रोल भी एटीएम के जरिए डलवाया।
यह हैं आरोपित
पुलिस ने रीना रानी, उसके बेटे अभी निवासी आनंद कॉलोनी समाना, एएसआइ फकीर चंद निवासी सेवक कॉलोनी, सौरभ भरद्वाज निवासी देवीगढ़,़ अवतार सिंह निवासी गांव झील, मनिदर जीत सिंह निवासी संत नगर, सतपाल सिंह निवासी गांव सियाल संगरूर, सचिन गोयल, अशोक कुमार, नरेंद्र सिंह निवासी त्रिपाठी कालोनी और तीन अनजान लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन आरोपितों में से वीना रानी पहले ही जेल में किसी अन्य केस में बंद है।
मोहाली एसएसपी की जांच के बाद हुआ मामला दर्ज
विक्रम दलाल ने बताया कि वारदात 20 जनवरी को हुई थी। इसके बाद से आरोपित किसी से कोई बात न बताने के लिए झमकी दे रहे थे। वारदात के बाद एसएसपी मोहाली को शिकायत दे दी तो जांच अधिकारी का तबादला हो गया। इस वजह से केस दर्ज होने में देरी हुई।