दुकान के आगे गाड़ी खड़ी कर प्रसाद नहीं खरीदा गुस्साए दुकानदार ने परिवार से की मारपीट
पटियाला श्री काली माता मंदिर के पास शनिवार को यहां प्रसाद की दुकान के आगे गाड़ी खड़ी कर प्रसाद किसी और दुकान से खरीदने पर गुस्साए दुकानदार ने परिवार से बहस कर मारपीट की।
जागरण संवाददाता, पटियाला : श्री काली माता मंदिर के पास शनिवार को यहां प्रसाद की दुकान के आगे गाड़ी खड़ी कर प्रसाद किसी और दुकान से खरीदने पर गुस्साए दुकानदार ने परिवार से बहस कर मारपीट की। इस दौरान दुकानदार ने साथियों सहित महिलाओं के साथ भी मारपीट की और कार सवार के कपड़े तक फाड़ दिए। यह आरोप पिहोवा निवासी बलवीर सिंह ने काली माता मंदिर के पास प्रसाद की एक दुकान के मालिक पर लगाए। उन्होंने कहा कि मारपीट होते देख मौके पर पुलिस कर्मचारी भी आ गए, जिन्होंने उन्हें हमलावरों से बचाया। उन्होंने आरोप लगाया कि जब वह मंदिर से निकलकर माल रोड पर जा रहे थे, तो शेरां वाला गेट लाइटों के पास आरोपित के साथी ने दोबारा बाइक पर आकर कार पर पत्थर से हमला कर दिया। इसके चलते कार का साइड मिरर भी टूट गया। आरोपितों को हमला करते देख आसपास के लोग इकट्ठे हो गए जिसे देखकर हमलावर मौके से फरार हो गए।
पीड़ित बलवीर सिंह ने बताया कि वह पत्नी कृष्णा देवी, बेटा सुनील और बहु सुनीता के साथ श्री काली माता मंदिर माथा टेकने आए थे। इस दौरान जब वह मंदिर के पास पहुंचकर प्रसाद की दुकान के आगे कार खड़ी कर दी। अन्य वाहन भी ऐसे ही दुकानों के आगे ही खड़े थे। इस दौरान दुकानदार ने उन्हें उनसे ही प्रसाद खरीदने की जिद्द की। इसके लिए वह राजी नहीं हुए और किसी अन्य दुकान से प्रसाद खरीदकर माथा टेकने चले गए। वापस लौटने पर दुकानदार ने उनके साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया। विरोध करने पर दुकानदार ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनके और महिलाओं के मारपीट शुरू कर दी। हमले से घबराकर घर नहीं लौटा
बलवीर सिंह ने बताया कि हमले से वह इस कद्र घबरा गए कि घर वापस लौटने की सलाह ही कैंसल कर दी। इस दौरान उनकी पत्नी की तबीयत भी ज्यादा बिगड़ गई, जिसके चलते उसे सरकारी राजिदरा अस्पताल में भर्ती करवाया। उन्होंने कहा कि पुलिस कार्रवाई के बाद ही वह घर लौटेंगे। शिकायत के एक घंटे बाद भी नहीं पहुंची पुलिस
बलवीर सिंह ने बताया कि हमले के तुरंत बाद उन्होंने घटना की शिकायत पुलिस कंट्रोल रूम के नंबर पर दर्ज करवा दी। शिकायत दर्ज करवाने के एक घंटे तक वह घटनास्थल पर खड़े होकर पुलिस का इंतजार करते रहे, लेकिन पुलिस नहीं आई। इस दौरान उनकी पत्नी की हालत बिगड़ना शुरू हो गई। जिसे इलाज के लिए वह सरकारी राजिदरा अस्पताल भर्ती करवाया।
कोट्स
फिलहाल मामले की शिकायत नहीं मिली: थाना इंचार्ज
थाना कोतवाली के इंचार्ज सुखदेव सिंह ने बताया कि फिलहाल मामले की शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर आरोपितों के खिलाफ कानून अनुसार बनती कार्रवाई की जाएगी।