आढ़त रोकने से खफा आढ़तियों ने डीसी ऑफिस के सामने लगाया धरना, धान खरीद का बायकाट
डीसी दफ्तर के सामने आढ़तियों ने मांगों को लेकर धरना दिया गया।
जागरण संवाददाता, पटियाला : डीसी दफ्तर के सामने आढ़तियों ने मांगों को लेकर धरना दिया गया। इस दौरान आढ़तियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। मांगें पूरी न होने के चलते पिछले कुछ दिनों से आढ़तियों द्वारा फसल की खरीद का बायकाट किया हुआ है। आढ़तियों ने किसानों की आढ़त रोकने के सरकार के फैसले को तुरंत वापस लेने का मुददा उठाया। आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान जसविदर सिंह राणा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय ग्रांट व सब्सिडी को सीधा लाभार्थी तक पहुंचाने के मकसद से एक पीएफएमएस पोर्टल बनाया गया है। जिसमें एफसीआइ द्वारा किसानों की फसल को भी जोड़ने के लिए राज्य सरकार को लिखा जा चुका है। इस संबंधी विभाग द्वारा आढ़तियों से किसानों के बैंक खाते मांगे गए हैं। भारतीय किसान यूनियन राजेवाल, भारतीय किसान यूनियन कादियां व पंजाब किसान यूनियन द्वारा पीएफएमएस पोर्टल के लिए किसानों के बैंक खाते आढ़तियों को न देने संबंधी पहले भी लिखित पत्र के जरिए आढ़ती एसोसिएशन को अलग-अलग यूनिटों में ऐसा न करने के लिए कहा गया था।
दूसरी ओर किसानों द्वारा एक मीटिग में फैसला भी किया गया है कि किसानों द्वारा आढ़तियों को आधार कार्ड व बैंक खाता नहीं दिया जाएगा। 27 सितंबर को सरकार के फूड एंड सिविल सप्लाई विभाग के डायरेक्टर को निर्देश भी किए गए थे कि किसानों को आढ़तियों से चैक के जरिए फसल की अदायगी लेने का अधिकार मिला हुआ है, को बहाल रखा जाए। इस संबंधी डायरेक्टर द्वारा कोर्ट में एक हलफनामा भी दायरे किया जा चुका है। जिसकी अगली पेशी 25 अक्टूबर को होगी। वहीं दूसरी ओर किसानों ने चेतावनी दी है कि कोर्ट के फैसले से पहले कोई भी आढ़ती किसानों को जबरदस्ती खाता न मांगे। जिसे बाद सरकार द्वारा 16 सितंबर को पत्र जारी कर किसानों के बैंक खाते सरकार को न देने वाले आढ़तियों की आढ़त रोकने के निर्देश जारी किए गए। उन्होंने बताया कि एक अक्टूबर से आढ़तियों की ओर से मंडियों में फसल की खरीद का बायकाट किया गया है। उन्होंने सरकार से तुरंत आढ़त रोकने का फैसला वापिस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर आढ़तियों की मांगो को पूरा नहीं किया गया तो संघर्ष को बड़ा रूप दिया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी। इस दौरान आढ़तियों द्वारा सीएम के नाम पर एक मांग पत्र भी दिया गया। इस दौरान गुरमेल सिंह, मोहिदर सिंह, गुरिदर सिंह गुरनाम सिंह व अवतार सिंह के अलावा अन्य आढ़ती मौजूद थे।